
भारत में जहां कोरोना संक्रमण के फैलाव ने हाहाकार मचा दिया है, वहीं इस संक्रमण को लेकर ढेरों मिथक भी दिखाई दे रहे हैं। सबसे बड़ा मिथक यह है कि कोरोना का खतरा सबसे अधिक अस्थमा रोगियों को है, जबकि ऐसा नही है। कोरोना से अब तक हुई मौतों में यह बात साफ हुई है कि यह वायरस सबसे अधिक जानलेवा मोटापे से ग्रसित, हाइपरटेंशन के मरीज, दिल के मरीज और शूगर पेशंट्स के लिए है।
इस विश्व अस्थमा दिवस (5 मई) पर मुंबई के जसलोक हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर में रेस्पिरेटरी मेडिसिन और पल्मोनोलॉजी विभाग में कंसल्टेंट डॉ. राहुल बाहोत ने मीडिया को काफी उपयोगी जानकारी कोरोना और अस्थमा को लेकर दी है।
बिना कारण परेशान न हों अस्थमा मरीज…
डॉ. राहुल बताते हैं कि अस्थमा रोगियों को कोई मिथक नही पालना चाहिए, क्योंकि अब तक ऐसे कोई सबूत नही आये हैं कि अस्थमा पीड़ित पर कोरोना अधिक अटैक करता है। जो जानकारी रिसर्च के बाद मिली है उसके अनुसार मोटापा, डाइबिटीज, हाइपरटेंशन, दिल की बीमारियों से पीड़ित लोगों में खतरा सबसे ज्यादाहै।
अस्थमा से ज्यादा रिस्क इन पेशंट्स को —
अमेरिकन एकेडमी ऑफ एलर्जी अस्थमा एंड इम्युनोलॉजी के मुताबिक अस्थमा और कोविड-19 को लेकर कई अध्ययन हुए हैं। ज्यादातर में पाया गया कि जिन्हें अस्थमा है, उनके लिए कोविड-19 का रिस्क इतना नहीं है, जितना डाइबिटीज, हाइपरटेंशन और अन्य गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लोगों को है।
कोरोना का अस्थमा से कोई रिलेशन नही
अस्थमा रोगियों में कोरोना इन्फेक्शन होने से जुड़े 389 अध्ययन हुए हैं और इनका सिस्टमेटिक रिव्यू और मेटा-एनालिसिस बताता है कि कोविड-19 और अस्थमा का कोई संंबंध नहीं है। न तो हॉस्पिटल में भर्ती करने की अवधि पर, और न ही आईसीयू में भर्ती करने या मौतों से।
कोविड होने पर जरूरी नही कि अस्थमा के लक्षण बढ़ जायें
यह सच है कि हमारी श्वसन प्रणाली के कई वायरस ब्रोंकाइटल अस्थमा के लक्षणों में तेजी लाते हैं। पर इस बात के सबूत नहीं है कि कोविड-19 वायरस भी अस्थमा के लक्षणों को बढ़ाता है।
लक्षण कई समान पर अस्थमा से अलग है कोविड
हां यह बात सही है कि कोरोना संक्रमण और अस्थमा के बढ़े हुए लक्षणों में काफी समानता है। कोरोना इन्फेक्शन में अक्सर सूखी खांसी आती है और सांस तेजी से चलती है। ये लक्षण अस्थमा के भी हैं। इस वजह से अस्थमा के मरीज के लिए यह समझना दिक्कत वाला हो जाता है कि यह कोविड-19 की वजह से हो रहा है या अस्थमा की वजह से। पर कोविड-19 महामारी में देखा गया है जिन लोगों ने अस्थमा को काबू किया है, उनमें महामारी के लक्षण ज्यादा नहीं दिखे हैं।
नि:संकोच कोविड वैक्सीनशन करायें अस्थमा मरीज
अस्थमा के सभी मरीज कोविड-19 वैक्सीन लगवा सकते हैं। अगर किसी मरीज को वैक्सीन के किसी केमिकल के प्रति हाइपरसेंसिटिविटी या गंभीर एलर्जिक रिएक्शन का खतरा है तो ही उसे वैक्सीन से बचना चाहिए। इस वजह से बेहतर होगा कि अस्थमा के मरीज अपने डॉक्टर से पूछ लें और वैक्सीन लगवाएं।
Almora Breaking : माला गांव मिले दर्जन भर संक्रमित, Micro Containment Zone घेाषित, यह हैं आदेश…..
उत्तराखंड में फूटा कोरोना बम, आज मिले 7 हजार 783 नए संक्रमित, 24 घंटों में 127 की गई जान
UP Breaking : एटा के एएसपी का होम आइसोलेशन में निधन, पंचायत चुनाव के बाद हो गये थे संक्रमित
Breaking News : अल्मोड़ा में कोरोना की घातक लहर, तीन लोगों ने बेस अस्पताल में तोड़ा दम