हल्द्वानी। कालाढूंगी पुलिस व एसओजी की टीम ने साइबर ठगी के मामले में ठग गिरोह को पकड़ा है। इनमें से एक उत्तराखंड के ताड़ीखेत का निवासी है जबकि दो यूपी के प्रतापगढ़ और कानुपर के रहने वाले हैं। उनके हवाले से साढ़े 31हजार रुपये भी बरामद हुए हैं। एसएसपी प्रीति प्रियदर्शिनी ने अब से कुछ देर पहले यहां मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि कलाढूंगी के कोटाबाग निवासी धनानंद सक्टा ने अपने ATM से 10000 रूपये निकाले थे जो नही निकले और वादी के खाते से रकम कट गयी।
सक्टा ने बैक के कस्टमर केयर के नम्बर पर फोन किया और पूरी घटना से अवगत कराया। इसके कुछ दिन बाद ठगों ने कस्टमर केयर कर्मचारी बनकर धनानंद को काल की और OTP के माध्यम से उसके बैंक शाखा आंवलाकोट कोटाबाग से 3,29999 रूपये अपने खाते में ट्रान्फसर करवा के उसे अन्य खातों में ट्रान्सफर करवा दिया।
इस मामले में मुकदमा दर्ज किए जाने के बाद एसएसपी ने पुलिस व एसओजी की संयुक्त टीम बनाकर उसे घटना के खुलासे और आरोपियों की धर पकड़ की जिम्मेदारी सौंपी। स्थानीय मुखबिर की सूचना व सर्विलांस की मदद से आरोपियों की दिल्ली, गाजियाबाद, एनसीआर में तलाश करते हुये आरसी 72 खोडा कालोनी गाजियाबाद से नवीन चन्द्र सिंह पुत्र महेन्द्र सिंह निवासी ग्राम सीमलधार पो0 कनौली ताडीखेत थाना रानीखेत अल्मोडा व गौरव मिश्रा पुत्र उमा शंकर मिश्रा ग्राम वहादुर पुर पो./ ब्लाक सांगीपुर थाना सांगीपुर जिला प्रतापपुर को गिरफ्तार किया।
उनसे पूछताछ के बाद पुलिस ने यूपी के कानपुर निवासी जफर मंसूर पुत्र सैय्यादीन मंसूर जो ठगी करने में सिम देता था को गिरफ्तार किया गया। नवीन चन्द्र सिंह व गौरव मिश्रा के कब्जे से 10 मोवाईल 10 ATM , 30 सीम , 01 वाईफाई कनेक्टर व 30000 रू व जफर मंसूर पुत्र सैय्यादीन मंसूर के कब्जे से 28 सिम, 3 ATM , 3 मोबाईल फोन 1500 रू बरामद हुए। जफर उपरोक्त द्वारा ठगी मे षडयन्त्र मे शामिल होने पर मुकदमे में 120 B IPC की बढ़ोत्तरी की गयी। पूछताछ में उन्होंने बताया कि वे स्पैम मेल के जरिये लोगों के डाटा प्राप्त करते हैं तथा फिर PNT नम्बरों से फोन करते हैं। OTP के जरिये उनके पैसे हमारे द्वारा खोले गये आनलाईन खातो में पैसे मांगाये जाते है। फिर इन पैसों को अपने खाते में डाल देते हैं। इसके बाद ATM से निकाल लेते है।
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निकाले गये पैसे से वे सिम लेने वालों का भुगतान किया जाता है। वे पिछले डेढ साल से इस कार्य में लगे हैं। उन्होंने कई लोगों के साथ इस तरह की इगी की है। तीनों को रिमांड की मांग के लिए न्यायालय में पेश करने के लिए भेजा गया है। अभियुक्त गणों का आपराधिक इतिहास पता किया जा रहा हैं। पूछताछ में अभियुक्त नवीन द्वारा बताया गया कि मेरे खाते में ठगी के 1.5 लाख रूपये तथा अभियुक्त –गौरव के खाते मे- 4 लाख रूपये ठगी के है।
गिरफ्तारी में शामिल पुलिस की टीम में कालाूढगी थानाध्यक्ष दिनेश नाथ महन्त, एसआई जगदीप सिंह नेगी,सिपाही विनीत चौहान, एसओजी के कार्यालय के गिरीश भट्ट आदि शामिल थे।