सीएनई डैस्क
इसे एक विडम्बना ही कहा जायेगा कि तमाम बौद्धिक मंचों से आवाज़ उठने के बावजूद आज तक राजस्थानी भाषा को मान्यता नहीं मिल सकी है। इन परिस्थितियों में अपनी मातृ भाषा को उसका उचित सम्मान दिलाने, मान्यता सूची में शामिल करने का भगीरथ प्रयास एक सुप्रसिद्ध फिल्म निर्माता, अभिनेता रोमियो राठोड़ ने शुरू कर दिया है। इसी क्रम में 30 मार्च को राजस्थान दिवस पर रिलीज होने जा रही फिल्म ‘म्हारी मायड़’ का टाइटल सांग ‘प्यारी लागे आ मायड़ भाषा म्हारी’ रिलीज किया गया है।
उल्लेखनीय है कि कई राज्यों में अपनी माँ बोली मायड़ भाषा को मान्यता मिली हुई है पर राजस्थान में अपनी मातृ भाषा राजस्थानी को अभी तक मान्यता नहीं मिल सकी है। जहां पूरे प्रदेश में साहित्यकार, इतिहासकार मान्यता के लिए संघर्ष कर रहे हैं पर जोधपुर जिले के फिल्म अभिनेता रोमियो राठोड़ ने राजस्थानी भाषा की मान्यता के लिए फिल्म बना कर आम आदमी की मान्यता की बात फिल्म के माध्यम से सरकार तक पहुंचाना चाहते हैं। इस अवसर पर ‘म्हारी मायड़’ फिल्म का टाइटल सांग ‘प्यारी लागे आ मायड़ भाषा म्हारी’ सांग को रिलीज किया गया है। फिल्म के निर्माता व अभिनेता रोमियो राठोड़ ने बताया कि यह फिल्म बनाने का मुख्य उद्देश्य राजस्थानी भाषा की मान्यता की बात सरकार तक पहुंचाना है। फिल्म के निर्देशक दिनेश राज पुरोहित का कहना है कि इस फिल्म से गांवों के घरों में बैठा आम आदमी राजस्थानी भाषा की मान्यता के लिए जागरुक हो सके। हाल ही में जालोर विधायक जोगेश्वर गर्ग ने संसद भवन में मायड़ भाषा की मान्यता की आवाज उठाई थी। उन्होने फिल्म में राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलाने के लिए मंत्री का अभिनय किया गया है। फिल्म के मुख्य कलाकार रोमियो राठोड़, दिनेश राजपुरोहित व मुस्कान डाबर है। ‘म्हाने प्यारी लागे आ म्याड़’ भाषा सांग मनोज भुरिया ने लिखा है। दीपक चौहान ने गाया है। फिल्म का निर्देशक दिनेश राजपुरोहित व सहनिर्देशक मुकेश चौहान ने किया और फिल्म निर्माता रोमियो राठोर के पिता जबर सिंह राठौड़ हैं। 30 मार्च राजस्थान दिवस पर फिल्म रिलीज कि जाएगी।