नैनीताल। जिला प्रशासन की अभिनव पहल से स्थापित नैनी झील में यूएनडीपी सहायतित परियोजना आर्टिफिसियल इन्टेलीजेंस बेस रियल टाइम लेक माॅनिटरिंग सिस्टम का संचालन सिंचाई विभाग नैनीताल को हस्तगत किया गया। अब लेक माॅनिटरिंग सिस्टम का संचालन सिंचाई विभाग द्वारा किया जायेगा। मंगलवार को तल्लीताल डाॅठ में स्थापित आर्टिफिसियल इन्टेलीजेंस बेस रियल टाइम लेक माॅनिटारिंग सिस्टम को संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम व वसार लेब्स आईटी सोलूशन्स प्रा.लि. के माध्यम से अधिशासी अभियंता ग्रामीण निर्माण विभाग द्वारा स्थापित जिलाधिकारी श्री सविन बंसल द्वारा गठित कोर कमेटी के समक्ष अधिशासी अभियंता सिंचाई विभाग को हस्तगत हुई। परियोजना का सुचारू संचालन, उपकरणों की देख-रेख/रखरखाव, तकनीकी आकड़ो का संचालन का संकलन आदि हैण्डओवर नोट में उलिखित मानक प्रचालन विधि के अनुसार किया जाना है।
पेयजल गुणवत्ता के सतत् अनुश्रवण हेतु नैनी झील में स्थापित आर्टिफिसियल इन्टेलीजेंस आधारित प्रणाली के दीर्घकालिक एवं सुचारू संचालन हेतु समस्त उपकरण, साफ्टवेयर एवं संचालन प्रक्रिया, इसके रखरखाव, सुरक्षा, संचालन में होने वाले व्यय का वहन आदि हेतु सिचांई विभाग नैनीताल को जिला प्रशासन की ओर से उत्तरदायी विभाग नामित करते हुए अधिशासी अभियंता सिंचाई खण्ड नैनीताल को नोडल अधिकारी नामित किया गया। प्रणाली के सतत् संचालन हेतु आवश्यकता अनुसार माॅग पर संम्भावित व्यय की प्रतिपूर्ति जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, जिला प्रशासन द्वारा किया जायेगा।
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जिलाधिकारी सविन बंसल ने प्रणाली के सुचारू संचालन एंव अन्तर्विभागीय समन्वय हेतु कोर समिति का गठन किया गया है। जिसमें प्रतिनिधि जिला प्रशासन, अधिशासी अभियंता सिचांई खण्ड नैनीताल, अधिशासी अभियंता जल संस्थान नैनीताल, अधिशासी अभियंता ग्रामीण निर्माण विभाग, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद नैनीताल, आपदा प्रबंधन अधिकारी, प्रतिनिधि यूएनडीपी होगे। कोर कमेटी सदस्यों का रियल टाईम मोबाईल ऐप में डाटा एन्ट्री, पानी के गुणवत्ता की माॅनिटरिंग, सिटी प्लान, समय-समय पर स्थलीय निरीक्षण, पानी की गुणवत्ता पर निगरानी रखते हुए समय-समय पर सफाई, जल निकासी, मरमत कराने का दायित्व होगा। साथ ही निर्धारित समयानुसार कोर कमेटी की बैठक व जिलाधिकारी के अध्यक्षता में बैठक कराना भी सुनिश्चित करेंगे।
जिलाधिकारी बंसल के अथक प्रयासों से नैनी झील संरक्षण-सतत् निगरानी, अनुसरण एवं निदान हेतु आर्टिफिसियल इन्टेलीजेंस बेस रियल टाइम लेक माॅनिटारिंग सिस्टम की स्थापना के अन्तर्गत झील के संवेदशील स्थानों पर दो जल गुणवत्ता के सतत् मापन हेतु मल्लीताल पम्प हाउस तथा तल्लीताल एरियेसन प्लांट मे एक-एक प्रोटियएस सेंसर स्थापित किये गये है। जिनसे झील के पानी की गुणवत्ता सम्बन्धित आंकणों को तल्लीताल डांठ महात्मां गांधी के मूर्ति के समीप एलईडी स्क्रीन पर आम जनमानस के लिए प्रसारित किया गया है। इससे झील की गुणवत्ता सम्बन्धित आंकडों के सतत् प्रदर्शन से जनता भीज्ञ होगी व स्थानीय लोगों एवं पर्यटकों में नैनीझील को स्वच्छ रखने हेतु जागरूकता बढेगी।
सेन्सरों द्वारा बायोकैमिकल आक्सीजन डिमांड, टोटल आर्गेनिक कार्बन, डिजाल्व आर्गेनिक कार्बन, डिजाल्व आक्सीजन, प्रेशर क्लोराइड,पीएच टैम्पे्रचर, आप्टीकल ब्राईनटर, नाइट्रेट टरबीटीटी, रिफाइन्ड आयल, अमोनियम, टीडीएस आदि तत्व ज्ञात की जा रही है। इस प्रणाली से नैनीझील के अन्र्तजलीय वनस्पति एवं जीव जन्तुओं हेतु अनुकूल पर्यावरण विकास एवं प्रबन्धन करते हुए झील का संरक्षण किया जा सकेगा। एलईडी डिस्प्ले स्क्रीन के संचालन हेतु तल्लीताल डाठ स्थित सिचांई विभाग के झील नियंत्रण कक्ष में कम्प्यूटर प्रणाली स्थापित की गई है, जिसके द्वारा स्क्रीन पर प्रसारित की जाने वाली सूचना/संदेश नियंत्रित किये जा रहे है। गुणवत्ता के सम्बन्ध में एसएमएस एलर्ट प्रणाली विकासित कर किसी तत्व, रसायन पैरामीटर की मात्रा मानक से अधिक होने पर सम्बन्धितों को तत्काल सूचना प्रेषित की जा रही है।
मौके पर उपजिलाधिकारी/प्रभारी अधिकारी अनुराग आर्य, अधिशासी अभियंता सिंचाई हरीश चन्द्र सिंह,अधिशासी अभियंता ग्रामीण निर्माण विभाग विनीत कुरील, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका एके वर्मा, आपदा प्रबंधन अधिकारी शैलेश कुमार आदि मौजूद थे।