बागेश्वर। सार्वजनिक परिवहन पर लॉक डाउन से पूर्व की स्थिति बहाल करने की सरकारी एसओपी को लेकर बागेश्वर में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। परिवहन विभाग मान रहा है कि सरकार ने पूर्व स्थिति को बहाल कर दिया है इसलिए अब वाहनों में उसकी निर्धारित क्षमता के अनुरूप ही सवारियां बैठाई जा सकती हैं। लेकिन फिलहाल पुलिस के लिए इस आदेश के कोई मायने नहीं है। पुलिस यातायात प्रभारी ने वाहन चालकों को चेताया है कि यदि उन्होंने कोरोना काल की गाइड लाइन का उल्लंघन किया तो उनके खिलाफ कार्रावाई की जाएगी।
हालांकि इस मामले में मुख्य सचिव ओमप्रकाश द्वारा जारी नई अधिसूचना कल शाम को जारी हो गई थी और इसके तहत लॉक डाउन के दौरन लागू किए गए नियमों तत्काल प्रभाव से वापस लेने की बात कही गई थी। एसओपी के अनुसार अब वाहन में उसकरी निर्धारित क्षमता के अनुरूप सवारियों बिठाई जा सकेंगी। साथ ही किराया भी लॉक डाउन से पहले वाला ही लिया जाएगा।
बागेश्वर के परिवहन कर अधिकारी हरीश रावल ने आदेश जारी होने की बात मानी और वाहन के क्षमता के अनुसार सवारियां ले जाने पर किसी भी कार्रावाई से इंकार किया। वहीं दूसरी ओर टीएसआई महेंद्र प्रसाद ने ऐसे किसी भी आदेश से इंकार किया है। उनका कहना है कि वाहनों में सोशल डिस्टेंसिंग के चलते पूर्व नियम के अनुसार सवारी ले जाने का जिले में अब तक सरकार का कोई आदेश नहीं आया है। जिस पर हमने चालकों को आगाह कर दिया कि वे सवारी ले जाने पर पूर्व की भांति ही नियमों का पालन करें। अन्यथा कार्रवाई की जाएगी। जिस पर सवारी व टैक्सी चालक असमंजस में दिखे। पुलिस के इस आदेश व सवारियों द्वारा कम किराया वसूलने की बात कहने से कई टैक्सी स्टैंड में चालक व सवारियों की झड़प होती रही। टैक्सी चालक पुलिस के मौखिक आदेश की दुहाई देते रहे तो वहीं सवारियों ने कल सचिवालय से जारी हुए आदेश की बात कही। कुल मिलाकर नुकसान आम आदमी को ही उठाना होता है। संभवत: प्रशासन जल्दी ही इसकी सुध लेगा।
बागेश्वर ब्रेकिंग : नया परिवहन आदेश, आरटीओ मान रहा- नहीं मान रही पुलिस, पब्लिक कन्फ्यूज
बागेश्वर। सार्वजनिक परिवहन पर लॉक डाउन से पूर्व की स्थिति बहाल करने की सरकारी एसओपी को लेकर बागेश्वर में असमंजस की स्थिति बनी हुई है।…