Big Breaking : मकान की छत गिरी, मलबे में दबे 07 लोग, पढ़िये पूरी ख़बर
पुलिस—प्रशासन ने तत्काल चलाया रेस्क्यू अभियान

सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
गरुड़। ग्राम सैलानी बगड़ में एक आवसीय घर की अचानक छत गिर जाने से परिवार के सात सदस्य मलबे में दब गए। सूचना मिलने पर पुलिस टीम द्वारा तत्काल रेस्क्यू अभियान चलाया गया। सभी घायलों को एम्बुलेंस के माध्यम से सी.एच.सी. बैजनाथ भर्ती कर दिया गया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार आज शनिवार को थाना बैजनाथ व फायर स्टेशन गरुड़ को सुबह 09:49 बजे DCR द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि ग्राम-सैलानी में एक आवसीय घर की छत गिर गईं है, जिसमें लोग दबे हुए हैं। सूचना पर तुरंत थानाध्यक्ष बैजनाथ प्रताप सिह नगरकोटी मय पुलिस टीम के व फायर टीम मय रैस्क्यू उपकारणों के घटनास्थल पर पहुंचे।
पुलिस उपाधीक्षक बागेश्वर अजय लाल शाह के नेतृत्व में थाना बैजनाथ टीम, फायर सर्विस टीम, एसडीआरएफ टीम द्वारा संयुक्त रूप से खोज एवं बचाव कार्य चलाया गया घायलों को अस्पताल भेजा गया।

आग सेक रहा था परिवार, गिर गई छत
इधर बताया गया है कि सैलानी बगड़ में केदार राम पुत्र हेम राम उम्र 65 वर्ष का पुराना पत्थर का मकान है। जिसमें आज जब बच्चे व मकान के सदस्य आग सेख रहे थे, तभी अचानक मकान की पाल गिर गयी। जिसमें केदार राम पुत्र हेम राम उम्र 65 वर्ष, हरमा देवी पत्नी केदार राम उम्र 60 वर्ष, आरती पुत्री चन्दन राम उम्र 13 वर्ष, दिपाँशु पुत्र चन्दन राम उम्र 09 वर्ष, निकिता पुत्री चन्दन राम उम्र 07 वर्ष, ऋषि पुत्र चन्दन राम उम्र 05 वर्ष तथा भावना उर्फ साक्षी उम्र डेढ़ वर्ष मलबे की चपेट में आ गए। यह लोग मकान की पाल गिरने से पाल के साथ निचे गिर गये थे।
सभी घायलों को पुलिस टीम द्वारा ग्राम वासियों के सहयोग से निकालकर एम्बुलेंस के माध्यम से सीएचसी बैजनाथ प्राथमिक उपचार हेतु भेजा गया। पुलिस के अनुसार घटना में कोई जनहानी या पशुहानी नहीं हुई है। सीएचसी बैजनाथ के चिकित्सकों द्वारा सभी का उपचार किया गया। घायलों की स्थिति सामान्य बतायी गयी है।
अपने रिश्तेदार के घर शरण लिए है प्रभावित परिवार
इधर मौके पर पुलिस उपाधीक्षक बागेश्वर पहुंचे। मामला रा.उ.नि. क्षेत्र तहसील गरुड़ से सम्बन्धित है। सम्बन्धित तहसील गरुड़ के अधिकारियों को भी इस सम्बन्ध में सूचना से अवगत कराया गया। फिलहाल प्रभावित केदार राम का परिवार अब अपने भाई नैन राम के वहां निवासरत है। प्रभावित परिवार को अहेतुक सहायता प्रदान की गयी है। क्षतिग्रस्त मकान हेतु राहत सहायता हेतु तहसील स्तर से नियमानुसार कार्यवाही की जा रहीं है।
बेटा—बहु न होते तो घटना का स्वरूप भयानक होता
ज्ञात रहे कि गरुड़ ब्लॉक के गनी गांव के तोक सैलानी में केदार राम पुत्र हिम राम का आवासी मकान गिर गया। जिससे उनके परिवार के सात सदस्य मलबे में दब गए थे। गनीमत ये रही कि उनके बेटे और बहु मकान के पास ही बने लकड़ी घास के छपर में बैठे थे। अगर वो वहां पर नहीं होते तो आज सात जिंदगी मौत के घाट उतर गई होती। बेटे—बहू चूंकी सुरक्षित थे, अतएव उन्होंने सब ग्रामीणो को बुलाया और तहसील प्रशाशन को फोन किया। सूचना देने के तुरंत बाद तहसील प्रशाशन, पुलिस प्रशाशन मौके पर पहुंच गए। संयोग से केदार राम के बेटा—बहू मकान से बाहर थे। यदि वह भी मलबे में दब गए होते तो इस परिवार को कोई नहीं बचा सकता था।
बुरे हालातों में रहने को विवश हैं बहुतेरे परिवार
आज भी हमारे समाज में बहुत सारे लोग ऐसे जीवन यापन करते हैं, जो एक कमरे में पूरा—परिवार और नीचे गोठ में गाय, भैंस, बकरी पालन के साथ खाना भी एक किनारे पर बनाते हैं। ऐसे बहुत परिवार मिल जायेंगे। बड़ा सवाल यह है कि क्या प्रधानमंत्री आवास की सर्वे में ऐसे लोग क्यों नहीं आते ? देश में बहुत सी संस्थाये हैं, बहुत सारे समाजसेवी हैं। ऐसे गांवों के लिए कोई प्लान क्यों नहीं बनाते? यह बहुत सोचनीय विषय है।