बुरांश महोत्सव सम्पन्न, आखिरी रोज संगोष्ठी
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वरः कौसानी में आयोजित बुरांस महोत्सव सम्पन्न हो गया है। समापन मौके पर आयोजित गोष्ठी में कौसानी में ज़िम्मेदार पर्यटन एवं ईको टूरिज्म का विकास और संवर्धन पर हितधारकों ने एक जीवंत चर्चा की। कार्यक्रम की अध्यक्षता अन्नामयी मई आश्रम के प्रमुख स्वामी आशुतोष जी द्वारा की गई।
इस मौके पर बुरांश रिट्रीट के अध्यक्ष थ्रीश कपूर ने ’हूँ बुरांश’ द्वारा बुरांश महोत्सव प्रारंभ करने के उद्देश्यों के बारे में बताया। पर्यटक गाइड अशोक पंडित ने पर्यटकों को सुलभ सुविधाएं एवं बैठने के स्थानों की व्यवस्था करने के लिए ज़ोर दिया। खीम सिंह ने छोटे छोटे पैदल पथ बनाने की आवश्यकता पर ज़ोर दिया और कौसानी से बैजनाथ एवं टोटासीलिंग मार्ग की पुनः स्थापना की भी मांग की। साथ ही धार्मिक स्थलों के सौंदर्यीकरण, स्थानीय व्यंजनों व संस्कृति के प्रसार व प्रदूषण की रोकथाम की मांग की। उन्होंने कौसानी क्षेत्र को अल्मोड़ा या बागेश्वर में से किसी एक ज़िले में डाल देने की आवश्यकता को प्राथमिकता पर ज़ोर दिया।
पूर्व प्रधान रवींद्र नेगी ने कूड़ा निस्तारण व्यवस्था को तुरंत लागू करने और इसके लिए एक नियत स्थल का निर्धारण करने, छोटे ट्रैक आदि विकसित करने की आवश्यक पर बल दिया। शांति देवी नयाल ने दीपा माता मंदिर तक सड़क बनाने जरूरत बताई जबकि पूरन पाण्डेय ने स्टार गेजिंग के महत्व पर बल दिया। केंद्रीय विद्यालय के प्रधानाचार्य एसके कुशवाह ने हेल्थ रिट्रीट एवं स्वच्छ कोसानी बनाने पर ज़ोर दिया।
अनामई आश्रम के प्रधान स्वामी आशुतोष ने योग, ध्यान, आयुर्वेद, ज्योतिष तथा वास्तु शास्त्र के आधार पर अपनी संस्कृति को जीवंत रखने के लिये कम खर्चे में साप्ताहिक शिविर आयोजन पर बल दिया। आयुर्वेदिक चिकित्सक कुलदीप नौटियाल ने कहा कि पंचकर्म तथा योग स्थली बनाई जानी चाहिए। दिल्ली से आये एक कंपनी के डायरेक्टर राजू कपूर ने क्षेत्र के सर्वांगीण विकास की आवश्यकता पर ज़ोर देते हुए स्थानीय उत्पादों को ग्राहकों से जोड़ने, क्षेत्र में मधु मक्खी पालन की जरूरत बताई। कार्यक्रम के अंत में सभी हितधारिकों का आभार व्यक्त करते हुए आयोजक थ्रीश कपूर ने कौसानी को सेब क्षेत्र के रूप में विकसित करने का संकल्प दिया तथा विकास की नयी परियोजनाओं में अपने पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया।