👉 अतिवृष्टि से पटरी से उतरा सामान्य जनजीवन, दुश्वारियां बढ़ी
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: जिले में अतिवृष्टि ने सामान्य जन जीवन पटरी से उतार दिया है। मकान ध्वस्त होने लगे हैं। जगह—जगह नुकसान की खबरें हैं। ऐसे में लोग बरसात में दहशतजदा हैं। जिला प्रशासन के निर्देश पर राजस्व पुलिस नुकसान का आकलन करने में जुट गई है।
बीते सोमवार की रात से जिले में वर्षा हो रही है। सीमा गांव में लाल सिंह पुत्र गोपाल सिंह का मकान ध्वस्त हो गया है। परिवार के पांच सदस्य सुरक्षित हैं। ऐठाण गांव निवासी कौशल्या देवी पत्नी रतन सिंह का आवासीय मकान गिर गया है। परिवार के दो सदस्यों ने अन्यत्र शरण ली है। ढोक्टी गांव में अतिवृष्टि से बलवंत सिंह पुत्र मोहन सिंह की कर्मी में स्थित गौशाला ध्वस्त हो गई है। पांच बकरियों मलबे में दबकर मर गई हैं। इसी गांव के धाम सिंह पुत्र केशर सिंह की गौशाला भी क्षतिग्रस्त हो गई है। मलबे में दबने से एक बकरी की मौत हो गई है। आरे गांव के भुवन राम पुत्र नारायण राम की गौशाला भी वर्षा की भेंट चढ़ गई है।
जिला आपदा अधिकारी शिखा सुयाल ने बताया कि क्षेत्रीय पटवारी नुकसान का आकलन कर रहे हैं।मंगलवार सुबह से जिले में लगातार वर्षा हो रही है। जबकि सोमवार की रात बदियाकोट में अतिवृष्टि ने तबाही मचा दी है। कुमतोली तोक में बादल फटने जैसी स्थिति है। पैदल पुल बह गया है। राजकीय प्राथमिक विद्यालय जाने वाले रास्ते का कलमठ ध्वस्त हो गया है। स्कूल जाने वाले विद्यार्थियों की परेशानी बढ़ गई है। गैरखेत क्षेत्र में गधेरे उफन गए हैं। जिसके कारण सड़क बह गई है। मुनिया गधेरा भी उफन गया है। पोथिंग मोटर मार्ग भारी वर्षा के कारण जगह-जगह ध्वस्त हो गया है। कपकोट वार्ड नंबर दो कुलदीप वर्मा का आवास पर खतरा मंडराने लगा है।
कपकोट में भारी बारिश से बेलंग गधेरे में बाढ़ आ गई है। सिलकानी, चखतरी, धौलानी आदि क्षेत्रों में पेयजल बाधित हो गया है। लीमा गांव में में लीमा गधेरे में आई बाढ़ से पेयजल लाइन बह गई है। लाहूर, ढोक्टी गांव की सड़कें भी कई स्थानों पर बहने की सूचना है। कौसानी चाय फैक्ट्री के पास सड़क पर मलबा गिर गया है।