- नुमाइशखेत में बाहरी लोगों को दुकान आवंटित करने का विरोध जारी
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
नुमाइशखेत में बाहर से आए लोगों को दुकानें आवंटित होने का विरोध जारी है। दुर्गा पूजा और रामलीला के दौरान पहले स्थानीय लोग ही दुकानें लगाते हैं। व्यापार मंडल शुक्रवार को उपजिलाधिकारी से मिला। उन्होंने बाहर से आए लोगों की दुकानें हटाने की मांग की। ऐसा नहीं होने पर आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी।
नुमाइशखेत मैदान नगर पालिका परिषद का है। यहां रामलीला मंच भी है। प्रतिवर्ष रामलीला के साथ ही दुर्गा और देवी पूजा महोत्सव का भी आयोजन होता है। पालिका ने आय बढ़ाने के लिए इस बार नुमाइशखेत मैदान में बाहर से आए व्यापारियों को दुकानें आवंटित कर दी हैं। जिसके बाद प्रांतीय व्यापार प्रतिनिधि मंडल आंदोलित है। नगर अध्यक्ष कवि जोशी का कहना है कि पूर्व में स्थानीय लोग दुकानें लगाते थे। उनकी आजीविका चलती थी। बैंकों से ऋण लेकर स्थानीय स्वरोजगार कर रहे हैं। बाहर की दुकानें लगने से उनके व्यवसाय को झटका लगा है।
उन्होंने बाहरी क्षेत्र से आने वाले दुकानदारों को दुकान नहीं देने की मांग की। उपजिलाधिकारी से कहा कि पालिका ने जो दुकानें आवंटित की हैं। उन्हें भी तत्काल मैदान से हटाया जाना चाहिए। नगर पालिका ईओ सतीश कुमार ने कहा की हैंडलूम की प्रदर्शनी के लिए दुकानें दी गई हैं। इससे पालिका की आय में बढ़ोत्तरी हो रही है। एसडीएम हरगिरी ने व्यापारियों और नगर पालिका से बैठक कर समस्या का समाधान करने के निर्देश दिए हैं। इस मौके पर राहुल साह, पुष्कर किरमोलिया, हरीश सोनी, इंदू चौधरी जगदीश कार्की,आदि मौजूद थे।