देहरादून। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेवानिवृत्त) (Governor Lt Gen Gurmeet Singh) ने आज ऋषिकेश स्थित गुरूद्वारा से हेमकुंट साहिब (Gurudwara Shri Hemkund Sahib) के लिए संगतों को रवाना किया।
हिमालय की बर्फीली चोटियों के बीच श्री हेमकुंट साहिब
उन्होंने गुरूद्वारा में मत्था टेका और गुरूवाणी पाठ में भी शामिल हुए। इससे पूर्व लक्ष्मण झूला रोड पर हेमकुंट साहिब गुरुद्वारा मैनेजमेंट ट्रस्ट ने उनका स्वागत किया। राज्यपाल सिंह ने इस दौरान यात्रा के लिए जाने वाले संगतों के प्रथम जत्थे को बधाई देते हुए उनके सुगम व सुरक्षित यात्रा की कामना की।
उन्होंने कहा कि आज बहुत ही पवित्र दिन है कि हेमकुंट साहिब जी के पवित्र कपाट खुलने पर यात्रा की शुरूआत हो रही है। उन्होंने कहा कि ऊँचे हिमालय की बर्फीली चोटियों के बीच श्री हेमकुंट साहिब का चांदी की चमक बिखेरते हुए पवित्र सरोवर, निशान और साहिब की लहराती ध्वजा हमें आध्यात्मिक दिव्य शक्ति की अनुभूति कराती है।
Char Dham Yatra पर उठाएं भव्यता और दिव्यता का आलौकिक आनंद
ऊँचे हिमालय तक पहुंचने के लिए पैदल चढ़ाई चढ़ने के बाद इस पवित्र स्थान पर पहुंचकर एक आलौकिक आंनद प्राप्त होता है जिसकी अनुभूति वहां पहुँचने वाला श्रद्धालु ही कर सकता है। उन्होंने कहा कि गुरू की पवित्र स्थली में बिना गुरू के बुलावे के कोई नहीं जाता। उत्तराखंड में Char Dham Yatra हेतु आएं और यहां की भव्यता और दिव्यता का आलौकिक आनंद उठाएं।