सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
अंतराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त चित्रकार और कलाविद् प्रो. शेखर चन्द्र जोशी ने प्रसिद्ध संतूर वादक पद्म विभूषण पंडित शिव कुमार शर्मा को बेहद कलात्मक अंदाज में श्रद्धांजलि अर्पित की है। उन्होंने कागज पर अपने नाखूनों (बिना पेंसिल, ब्रश व रंग) से प्रसिद्ध संतूर वादक पद्म विभूषण पंडित शिव कुमार शर्मा का मुख चित्र उकेरा है।
चित्रकार एवं डीन एकेडेमिक सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय प्रो. शेखर चन्द्र जोशी Pro. Shekhar Chandra Joshi अल्मोड़ा मानते हैं कि संगीत व चित्र का गहरा रिश्ता है। वर्ष 1999 में उन्होंने उत्तर प्रदेश राज्य ललित कला अकादमी लखनऊ में नाखून से बनाये चित्रों ‘फेनटेसी आफ राग’ ‘Fantasy of Raga’ की पहली एकल प्रदर्शनी की थी। उन्होंने कहा कि संगीतकार पंडित शिव कुमार शर्मा Music Composer Pandit Shiv Kumar Sharma का निधन अपूरणीय क्षति है।
ज्ञात रहे कि प्रो० शेखर चन्द्र जोशी नखक्षत कला में विश्व प्रसिद्ध चित्रकार के रूप में स्थापित हैं। पूर्व में उन्होंने अनेकों नाखून से उकेरित (नखक्षत) चित्र बनाये। जिनमें देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉ० अब्दुल कलाम प्रमुख हैं। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का बाल्यकाल का मुख चित्र भी इस विधा में उकेरा था। प्रो० शेखर चन्द्र जोशी को अनेकों सम्मानों से समय-समय पर देश-विदेश में सम्मानित किया गया है। सिओल कोरिया, नैन्सी फ्रांस, टोरेन्टो कनाडा, केपटाउन साउथ अफ्रीका आदि में उनके चित्र प्रदर्शित हो चुके हैं। प्रो० जोशी ने कला शिक्षा लखनऊ के कला एवं शिल्प महाविद्यालय से ली थी। संगीत पर आधारित राग माला चित्रों पर प्रो० शेखर चन्द्र जोशी को शोध उपाधि (पी-एच०डी०) गढ़वाल विश्वविद्यालय से तथा उत्तराखण्ड ट्राइबल आर्ट पर कुमाऊँ विश्वविद्यालय से डी०लिट् की उपाधि उन्हें प्राप्त हो चुकी है।