बागेश्वरः युवा भाष्कर को मिलेगा गिरीश तिवारी ’गिर्दा’ सम्मान

लोक गायन व वाद्य के जरिये जनगीतों की परंपरा को बढ़ा रहे आगे सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वरः दुग-नाकुरी तहसील के दियाली कुरौली गांव निवासी भाष्कर भौर्याल…

युवा भाष्कर को मिलेगा गिरीश तिवारी ’गिर्दा’ सम्मान

लोक गायन व वाद्य के जरिये जनगीतों की परंपरा को बढ़ा रहे आगे

सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वरः दुग-नाकुरी तहसील के दियाली कुरौली गांव निवासी भाष्कर भौर्याल को इस बार गिरीश तिवारी गिर्दा सम्मान मिलेगा। वह जनगीतों की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए लोकगायन कर रहे हैं। वह बिणई व हुड़का वादन में पारंगत हैं। उन्हें यह पुरस्कार 08 व 09 अप्रैल को टिहरी में मिलेगा।

दियाली कुरौली निवासी खुशाल सिंह भौर्याल के पुत्र भाष्कर इन दिनों एसएस जीना कॉलेज अल्मोड़ा से फाइन आर्ट में डिग्री ले रहा है। इसके अलावा वह पारंपरिक गीत गायन, लोकवाद्य बजाने में पारंगत है। वह ऋतुरैण, न्योली, छपेली, भगनौल समेत सभी लोक विधाओं को जानता है। वाद्ययंत्र में बांसुरी, बिणई तथा हुड़का बजाता है। बिणई उसे सबसे प्रिय है। जनगीतों की परंपरा को भी लोकगायन में तब्दील कर रहा है। उनकी इस प्रतिभा को देखते हुए। उमेश डोभाल स्मृति समारोह ने उन्हें इस बार का गिरीश तिवराी गिर्दा सम्मान के लिए चुना है। आठ व नौ अप्रैल को चमियाला (टिहरी) में आयोजित कार्यक्रम में यह सम्मान मिलेगा। भौर्याल गिरीश तिवारी गिर्दा की संस्कृति जनगीतों के क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं। भास्कर लगातार ज्वलंत मुद्दों को लोकगीतों के माध्यम से प्रस्तुत कर गिरीश तिवारी गिर्दा के मार्ग पर चल कर युवा पीढ़ी को कुमाउंनी लोकगीतों से रूबरू करा रहे हैं। उनकी इस उपलब्धि पर पूर्व मंत्री बलवंत सिंह भौर्याल, विधायक सुरेश गड़िया, पूर्व विधायक ललित फर्स्वाण, धन सिंह भौर्याल, महेश भौर्याल, कुंदर रैखोला, योगेश हरड़िया, जिला पंचायत सदस्य पूरन गड़िया, नवीन पांडे, कमल कांडपाल आदि ने खुशी जताई है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *