सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा: यहां चल रहे नन्दादेवी कौतिक में आज तीसरे रोज दिन में झोड़ा—चाचरी प्रतियोगिता ने मंच पर लोक संस्कृति की बहुरंगी छटा बिखेरी। महिलाओं की झोड़ा—चांचरी टोलियों ने अपने हुनर का कमाल दिखाया और पहाड़ की पुरानी लोक संस्कृति को जीवंत कर डाला।
झोड़ा व चांचरी कार्यक्रम हरीश कनवाल के संयोजकत्व में हुआ। आसपास के विभिन्न गांवों के ग्राम प्रधानों ने अपने—अपने क्षेत्र से झोड़ा—चांचरी टीमों को भेजा। जिन्होंने शानदार प्रदर्शन किया। लाट, मालगांव, बर्शिमी, खत्याड़ी, फलसीमा, सरसों, तल्ला खत्याड़ी आदि गांवों के ग्राम प्रधानों के नेतृत्व में टीमों ने प्रस्तुति दी। खासप्रजा से कुल 7 टीमों हिस्सा लिया। इससे पहले ये टीमें पूरी बाजार से सांस्कृतिक शोभा यात्रा की शक्ल में गाते, नाचते मंदिर परिसर में पहुंचे। शोभा यात्रा का उद्घाटन मल्ली बाजार में कोतवाल जगदीश देउपा, कुन्दन लाल व मुरली मनोहर के दर्शन लाल शाह ने संयुक्त रुप से किया। मंच पर कार्यक्रम का आगाज सुंदर छोलिया नृत्य की प्रस्तुति से हुआ।इसके बाद टीमों ने अपनी—अपनी प्रस्तुति दी।
इन टीमों ने विभिन्न झोड़ा व चाचरी गीतों का गायन करते हुए प्रस्तुति दी और खचाखच भरी दर्शक दीर्घा को झूमने पर मजबूर कर दिया। निर्णायक मंडल में रंगकर्मी नवीन बिष्ट, नारायण सिंह थापा, लोक कलाकार चन्दन सिंह नैनवाल शामिल रहे। इस प्रतियोगिता में खत्याड़ी की टीम ने पहला, सरसों गांव ने द्वितीय तथा कोट कल्याणयाड़ी खत्याड़ी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया जबकि कोकिला मालगांव, मां भगवती फलसीमा, लाट गांव की टीमों को सांत्वना पुरस्कार दिया गया। आज के कार्यक्रमों के दौरान मेला कमेटी के अध्यक्ष मनोज वर्मा, सचिव मनोज सनवाल, उपाध्यक्ष तारा जोशी, मंदिर कमेटी व्यस्थापक अनूप साह, वरिष्ठ सदस्य अमरनाथ नेगी, मंदिर कमेटी के संरक्षक किशन गुरुरानी, मीडिया प्रभारी जगत तिवारी, अर्जुन बिष्ट, परितोष जोशी, मेला संयोजक कैलाश गुरुरानी, अमित साह मोनू, मनोज जोशी,
राजेंद्र बिष्ट, महिला सर्वदलीय सचिव गीता मेहरा, सर्वदलीय महिला समिति की अध्यक्ष मीना भैसोड़ा, रवि गोयल, निर्मला जोशी, तारा भंडारी, नमन बिष्ट, कुलदीप मेर, मनोज भंडारी, मंदिर फाउंडर जगदीश गुप्ता, डा. सीपी वर्मा, रवि कनोजिया, धन सिंह रावत, आशा रावत आदि कई लोग शामिल रहे।