प्रदेश में 8275.45 करोड़ की 122 योजनाओं का लोकार्पण/शिलान्यास

✍️ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा वर्चुअली लोकार्पण/शिलान्यास ✍️ अल्मोड़ा में नई उपलब्धि: मानसखंड विज्ञान केंद्र का लोकार्पण ✍️ बागेश्वर​ विकास भवन में भी कार्यक्रम,…

प्रदेश में 8275.45 करोड़ की 122 योजनाओं का लोकार्पण/शिलान्यास

✍️ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा वर्चुअली लोकार्पण/शिलान्यास
✍️ अल्मोड़ा में नई उपलब्धि: मानसखंड विज्ञान केंद्र का लोकार्पण
✍️ बागेश्वर​ विकास भवन में भी कार्यक्रम, वर्चुअली देखा

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा: अल्मोड़ा जिले में आज एक नई उपलब्धि जुड़ गई। अल्मोड़ा जिला मुख्यालय के करीब सुनौला स्यालीधार में करोड़ों की लागत से तैयार मानसखंड विज्ञान केंद्र का आज लोकार्पण हो गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज वर्चुअली प्रदेश की 8275.45 करोड़ रुपये की 122 योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया। इन्हीं में से मानसखंड विज्ञान केंद्र अल्मोड़ा भी प्रमुखता से शुमार है। यह केंद्र विज्ञान के क्षेत्र में पूरे कुमाऊं में नई क्रांति लाएगा और भविष्य में पूरे प्रदेश के लिए मॉडल का रुप लेगा।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वर्चुअल माध्यम से राज्य की 8275.45 करोड़ रुपये के लागत की 122 विभिन्न योजनाओं का लोकार्पण/शिलान्यास किया। इनमें जनपद अल्मोड़ा के विभिन्न विभागों की करीब 89 करोड़ की योजनाएं शामिल हैं। इनमें से 80.0666 करोड़ रुपये की योजनाओं का लोकार्पण एवं 8.9969 करोड़ रुपये की योजनाओं का शिलान्यास हुआ। इस उपलक्ष्य में नवनिर्मित मानसखंड विज्ञान केंद्र अल्मोड़ा में उद्घाटन समारोह आयोजित हुआ। जिसमें अतिथियों व उच्च अधिकारियों ने अपने विचार रखते हुए कहा कि मानसखंड विज्ञान केंद्र क्षेत्र के कस्बों तथा सुदूरवर्ती क्षेत्रों में छात्र—छात्राओं तथा जनमानस में विज्ञान के प्रति उत्सुकता एवं पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने का काम करेगा। यह केंद्र भविष्य में पूरे राज्य एवं क्षेत्र के लिए मॉडल के तौर पर काम करेगा।

मुख्य अतिथि विधायक मनोज तिवारी ने अल्मोड़ा में मानसखंड विज्ञान केंद्र की स्थापना के लिए बधाई देते हुए कहा कि इसके माध्यम से विज्ञान में रुचि रखने वाले स्कूली बच्चों में नई चेतना विकसित होगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि पूरे कुमाऊं क्षेत्र के लिए यह केंद्र बहुत लाभकारी सिद्ध होगा। उत्तराखंड विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के महानिदेशक दुर्गेश पंत ने कहा कि यह केंद्र कुमाऊं में विज्ञान के क्षेत्र में क्रांति लाएगा। इससे विज्ञान पर्यटन के क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने अल्मोड़ा में इस केंद्र की स्थापना गौरव की बात है। मानसखंड विज्ञान केंद्र युवाओं को नवीन और रचनात्मक गतिविधियों में सम्मिलित होने के लिए एक मंच प्रदान करेगा। उन्होंने बताया कि केंद्र में उपकरणों के सेट और वैज्ञानिक उपकरणों से युक्त एक प्रयोगशाला स्थापित की गई है। यह सुविधा पंजीकृत सदस्यों के लिए उपलब्ध होगी और छात्रों, शिक्षकों तथा संस्थाओं के लिए मामूली भुगतान के आधार पर खोली जाएगी। सांसद प्रतिनिधि एवं पूर्व विधायक कैलाश शर्मा ने क्षेत्र में केंद्र के खुलने पर खुशी जाहिर करते हुए इसके लिए शुभकामनाएं प्रदान की और कहा कि विज्ञान के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने की रुचि यह केंद्र छात्र—छात्राओं व आम जनमानस में भरेगा।

यूकॉस्ट के सलाहकार डा. जीएस रौतेला ने बताया कि राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद, संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार ने उत्तराखंड में विज्ञान एवं पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उत्तराखंड विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के सहयोग से अल्मोड़ा जिला मुख्यालय के निकट सुनौला स्यालीधार में मानसखंड विज्ञान केंद्र स्थापित किया है। उन्होंने इसकी स्थापना के प्रयासों की भी जानकारी दी। कार्यक्रम में जिलाधिकारी विनीत तोमर, विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के निदेशक डॉ. लक्ष्मीकांत, गोविंद बल्लभ पंत हिमालय पर्यावरण संस्थान के निदेशक डॉ. सुनील नौटियाल, भाजपा जिलाध्यक्ष रमेश बहुगुणा, डॉ. आर. महरोत्रा, पूर्व पालिका अध्यक्ष गिरीश पंत, प्रभारी मानस खंड विज्ञान केंद्र डॉ. नवीन जोशी समेत अन्य अधिकारी, विद्यार्थी, शिक्षकगण एवं गणमान्य लोग शामिल रहे।
विज्ञान केंद्र के ये हैं उद्देश्य

✍️ वैज्ञानिक दृष्टिकोण और मनोदृष्टि विकसित कर लोगों के बीच सामान्य जागरूकता पैदा करना तथा उद्योग व मानव कल्याण में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विकास व उनके अनुप्रयोगों को चित्रित करना।
✍️ विज्ञान, प्रौद्योगिकी व औद्योगिक क्षेत्र की दृष्टि से महत्वपूर्ण एवं ऐतिहासिक वस्तुओं को इकट्ठा कर पुनर्स्थापित करना और संरक्षित करना।
✍️ विज्ञान शिक्षा और विज्ञान को लोकप्रिय बनाने के लिए विज्ञान संग्रहालय प्रदर्शनियों, प्रदर्शन उपकरणों और वैज्ञानिक शिक्षण सहायक सामग्री को डिजाइन, विकसित व निर्मित करना।
✍️ प्रदर्शनियों, सेमिनारों, लोकप्रिय व्याख्यानों, विज्ञान शिविरों और अन्य कार्यक्रमों का आयोजन करके छात्रों और जनमानस के लाभ के लिए शहरों, और ग्रामीण क्षेत्रों में विज्ञान और प्रौद्योगिकी को लोकप्रिय बनाना।
✍️ स्कूलों और कॉलेजों में दी जाने वाली विज्ञान शिक्षा को पूरक बनाना और छात्रों के बीच वैज्ञानिक खोज, अनुभवात्मक शिक्षा, नवाचार और रचनात्मकता की भावना को बढ़ावा देने के लिए स्कूल से बाहर विभिन्न शैक्षिक गतिविधियों का आयोजन करना।
✍️ विज्ञान शिक्षकों/छात्रों/युवा उद्यमियों/तकनीशियनों/विकलांगों/गृहिणियों और अन्य लोगों के लिए विज्ञान, प्रौद्योगिकी और उद्योग के विशिष्ट विषयों पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करना।
✍️ विज्ञान प्रदर्शनियों और प्रदर्शन सहायता के विकास के लिए केंद्र स्थापित करना
विज्ञान केंद्र अल्मोडा में सुविधाएं

✍️ जलवायु परिवर्तन पर अत्याधुनिक इंटरैक्टिव गैलरी।
✍️ फन साइंस पर इंटरैक्टिव और सहभागी प्रदर्शनी।
✍️ पारंपरिक चिकित्सा पर प्रदर्शनी।
✍️ खगोल विज्ञान पर शो के लिए तारामंडल।
✍️ इनोवेशन हब-छात्रों को नवाचार के लिए प्रेरित करने की सुविधा।
✍️ विज्ञान गतिविधियों, व्याख्यानों और सेमिनारों के लिए सभागार व साइंस पार्क।
बागेश्वर में भी कार्यक्रम

बागेश्वर: विकास भवन सभागार बागेश्वर में भी लोकार्पण/शिलान्यास कार्यक्रम आयोजित किया गया और वर्चुअल माध्यम से कार्यक्रम देखा गया। जिसमें जिलाधिकारी अनुराधा पाल, क्षेत्रीय विधायक पार्वती दास, विधायक कपकोट सुरेश गढ़िया एवं उपाध्यक्ष पीएमजीएसवाई शिव सिंह बिष्ट, जिलाध्यक्ष भाजपा इंद्रसिंह फर्स्वाण औऱ मुख्य विकास अधिकारी आरसी तिवारी सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।

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