स्वास्थ्य विभाग अलर्ट; टाइफाइड और स्क्रब टाइफस की पुष्टि
अल्मोड़ा: उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में इन दिनों वायरल फीवर (Viral Fever) का प्रकोप तेजी से फैल रहा है, जिसने स्वास्थ्य विभाग (Health Department) की चिंता बढ़ा दी है। जिले के धौलादेवी ब्लॉक और चौखुटिया क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों में 7 लोगों की संदिग्ध मौत हो चुकी है। मृतकों में बुजुर्गों के साथ-साथ मध्यम आयु वर्ग के लोग भी शामिल हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) डॉ. नवीन चंद्र तिवारी ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रेस वार्ता कर जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अब तक हुई 7 मौतों में से 2 लोगों की मौत हार्ट अटैक (Heart Attack) से होने की संभावना है, जबकि शेष 5 मौतें संदिग्ध हैं और इनकी प्रारंभिक जांच में वायरल संक्रमण कारण हो सकता है।
जांच में टाइफाइड, स्क्रब टाइफस और दूषित पानी की पुष्टि
स्वास्थ्य विभाग ने प्रभावित क्षेत्रों से 11 लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे थे, जिनमें से 7 की रिपोर्ट प्राप्त हो चुकी है।
- टाइफाइड (Typhoid): प्राप्त रिपोर्टों में 4 लोग टाइफाइड पॉजिटिव पाए गए हैं।
- अन्य संक्रमण: तीन लोगों की स्क्रीनिंग जांच की गई, जिसमें एक को स्क्रब टाइफस (Scrub Typhus), दूसरे को लेप्टोस्पाइरोसिस (Leptospirosis) और तीसरे को लाइम डिजीज (Lyme Disease) होने का संकेत मिला है। इनकी कन्फर्मेशन रिपोर्ट का इंतजार है।
- दूषित जल: सीएमओ ने यह भी बताया कि पानी की जांच रिपोर्ट में क्लोरोफॉर्म बैक्टीरिया पाया गया है। इसके लिए जल संस्थान को तत्काल पानी की टंकी में क्लोरोफाई (Chlorination) करने के निर्देश दिए गए हैं।
स्वास्थ्य विभाग की टीमें सक्रिय, घर-घर जागरूकता अभियान
वायरल संक्रमण को नियंत्रित करने और मौतों की सही वजह का पता लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सतर्क है।
- 16 टीमें तैनात: धौलादेवी के संवेदनशील इलाकों में 16 सब-सेंटरों पर 16 टीमें लगाई गई हैं। इन टीमों में आशा कार्यकर्ता, सीएचओ और फार्मासिस्ट सहित 7 से 8 सदस्य शामिल हैं, जो घर-घर जाकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं।
- स्क्रीनिंग और कैंप: टीमें लगातार पानी के सैंपल ले रही हैं, खून की जांच कर रही हैं और बुखार के लक्षण वाले लोगों की स्क्रीनिंग कर रही हैं। प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य कैंप भी लगाए गए हैं ताकि लोग समय पर इलाज प्राप्त कर सकें।
- डॉक्टरों की मॉनिटरिंग: एडिशनल सीएमओ और अन्य चिकित्सक लगातार स्थिति की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।

सीएमओ डॉ. तिवारी ने ग्रामीणों से अपील की है कि बुखार या किसी भी प्रकार के संक्रमण के लक्षण दिखने पर लोग घर पर स्वयं इलाज न करें। तुरंत नजदीकी अस्पताल जाकर डॉक्टर से परामर्श लें और जांच कराएं। साथ ही, ग्रामीणों को नेचुरल जल स्रोतों के पानी को उबाल कर पीने के लिए जागरूक किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग शेष रिपोर्टें आने के बाद आगे की कार्यवाही करेगा।
