लालकुआं। कोतवाली स्थानीय पुलिस कर्मियों की तैनाती के साइड इफेक्ट सामने आने लगे हैं। यहां तैनात एक महिला पुलिस कर्मी के परिजनों की दंबंगई से परेशान इंद्रानगर कार रोड, बिंदुखत्ता के निवासी कोतवाली जा धमके। उन्होंने सीओ कार्यालय के बाहर जमकर नारेबाजी करने के बाद एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा गया है कि 17 अक्टूबर को तकरीबन साढ़े 6 बजे प्रेम प्रकाश शाम को अपनी दुकान में बैठा हुआ था, तभी हीरालाल आगरी के बेटे बलराज आगरी तथा खीमसिंह आगरी के बेटे अजय व संजय आगरी ने मिलकर उसके साथ मारपीट की और जान से मारने की कोशिश की।
जब प्रेम प्रकाश की बहन पुष्पा उसे बचाने आई तो उसके साथ भी मारपीट और बदतमीजी की गई। आरोप है कि प्रेम प्रकाश के हाथ में चोट आई इस दौरान उसकी जेब में रखे पचास हजार रुपये भी यह लोग लूटकर ले गए। आरोप के मुताबिक जब वह थाने पहुंचा तो उसके भाई रमेश को हीरालाल ने जान से मारने की धमकियां दीं। उसने कहा कि लालकुआं कोतवाली में सभी हमारे घर के लोग हैं। तुम वहां जाकर भी कुछ नहीं कर सकते। उसने कहा कि मामले की यहीं सुलझा लो नहीं तो जिस तरह प्रेम प्रकाश को मारा है उस तरह सभी को मारेंगे। यह कहकर वह रमेश से मारपीट करने लगे, व उसकी ही दुकान से उसे भगाने लगे।
दरअसल 16 अगस्त को लालकुआं कोतवाली में इन्हीं लोगों ने एक मारपीट के मामले में समझौता किया था। जो लोग दूसरे पक्ष से आए थे बलराज आगरी व उसके भाई बंधु उनके घर— घर जाकर उनको धमका रहे हैं। उन्होंने मनोज और पुष्पा की मां को घर में जाकर धमकाया गया और जान से मारने की धमकी दी। ज्ञापन के अनुसार इनके तीनों आरोपियों की भाभी लालकुआं कोतवाली में तैनात है। तीन चार लोग पुलिस विभाग में हैं, यह लोग गांव में बार-बार इस की धमकी देते हैं ।
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