लालकुआं। हल्दुचौड़ के गंगापुर कबड़वाल पंचायत के अंतरगत आने वाले किशनानवाड़ स्थित 147 नंबर नलकूप की व्यवस्था यूजर्स ग्रुप बनाए जाने के कवायद सामने आने के बाद काश्तकारों ने अधिशासी अभियंता नलकूप विभाग हल्द्वानी के नाम सहायता अभियंता आर के सिंह को दिया को ज्ञापन प्रेषित इस व्यवस्था का विरोध किया है। ज्ञापन में कहा गया है काश्तकारों को वर्तमान में चल रही व्यवस्था से कोई परेशानी नहीं है, जबकि यूजर्स ग्रुप में दिए जाने के बाद काश्तकारों को परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। इसलिए वे इस व्यवस्था का विरोध करते हैं। ज्ञापन में कहा गया है कि नलकूप संख्या 147 किशनानवाड़ को यूजर्स ग्रुप में देने की प्रक्रिया को को तुरंत रोका जाए अन्यथा ग्रामीण इसका आंदोलन करके विरोध करेंगे।
यूजर्स ग्रुप में देने से जहां किसानों को सिंचाई मूल्य ज्यादा देना पड़ेगा वहीं जो किसानों से सिंचाई मूल्य की वसूली 6 माह में होती है, वह समिति यूजर्स गु्रप बनने में नगद भुगतान करना पड़ेगा। साथ ही जो सिंचाई मूल्य 6 माह 11रूपया वह 6माह 22 रूपया लगभग देना पड़ता है। वह यूजर्स ग्रुप बनने से लगभग सिंचाई मूल्य 30 रूपया या समय समय पर और अधिक देना पड़ सकता है। क्योंकि कि समिति को अपना नलकूप चालक रखना पड़ेगा उसे किसानों से लिए गये मूल्य से मानदेय देना होगा जो समय के हिसाब से बढ़ाना पड़ेगा और किसानों का सिंचाई मूल्य भी बढ़ाना होगा। किसानों वैसे ही जंगली जानवरों हाथियों वह आवारा पशुओं से परेशान हैं। किसानों ने पूर्ण रूप से यूजर्स ग्रुप समिति का विरोध करते हैं। अगर विभाग द्वारा अगर कोई ऐसी कोशिश भी की तो किसान उसका पूर्ण विरोध करते हुए धरने में बैठेंगे।
नलकूप विभाग ने सहायक अभियंता ने आश्वासन दिया कि किसानों की सहमती के बिना कोई निर्णय नहीं लिया जायेगा और विभाग यूजर्स ग्रुप नहीं बनायेंगे। पूर्व प्रधान उमेश कबड्वाल व किसानों ने अपनी भावनाओं से दूरभाष से बात कर मुख्य अभियंता नलकूप कुमायूं व अधिशासी अभियंता नलकूप मनोज पंतको भी अवगत कराया। उन्होंने ने भी किसानों को पूर्ण आश्वाशन दिया कि किसानों की भावनाओं का सम्मान करते हुए किसानों की सहमती बिना ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया जायेगा, जो सिंचाई व्यवस्था वर्तमान में चल रही है वहीं चलेगी वैसे भी किसानों की सहमती बगैर यह सम्भव नहीं है।
ज्ञापन सौंपने वालों में पूर्व प्रधान उमेश चंद्र कबड़वाल,केशवानंद सुयाल, हेमचंद कबड़वाल, प्रमोद कबड़वाल, हरीश सुयाल, वैभव कबड़वाल, पुष्पा कबड़वाल, मुकेश कबड़वाल, सतीश चंद्र कबड़वाल, मोहनचंद, प्रीति कबड़वाल, देवेंद्र, मथुरा दत्त, शेखर दत्त जोशी, इंदु जोशी, गंगादत्त जोशी, ललित मोहन जोशी, दया किशन जोशी, प्रकाश चंद,लक्ष्मण सिंह लंगड़िया, भुवन बमेठा आदि शामिल थे। क्षेत्र पंचायत सदस्य गंगापुर कबड़वाल ने भी इस योजना का विरोध किया है।