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फेसबुक पर लोगों को लिंक भेजकर लाखों का चूना लगाने वाले शातिर ठग गिरफ्तार

रामनगर/हल्द्वानी। फेसबुक पर लोगों को लिंक भेजकर क्लिक करने पर लाखों का चूना लगाने वाले तीन शातिर ऑनलाइन ठगों को रामनगर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इन तीनों की चूना लगाने वाली तकनीक दिलचस्प है। आपको भी इस खबर को पढ़ना चाहिए ताकि आप भी भविष्य में सतर्क रह सकें। तो आइये जानते है…

शियतकर्ता सय्यद रियाज हुसैन ने 16 जनवरी को मौ. राहिल, मो. जिशान, सुरैश अग्रवाल उर्फ अजय द्वारा 17 लाख रुपये की ऑनलाईन धोखाधडी करने सम्बन्धी शिकायत दर्ज कराई। दर्ज शिकायत के आधार पर वरिष्ठ उपनिरीक्षक प्रेम विश्वकर्मा ने जांच की और पता लगाया कि एक खाता जो रुड़की हरिद्वार के कर्नाटक बैंक में है।

बैंक से प्राप्त दस्तावेज एवं केवाईसी एवं गवाहों के बयान के आधार पर अब्दुल परवेज उपरोक्त, मो. तारीक उपरोक्त तथा मौ. मुज्जमिल चौधरी उपरोक्त का नाम सामने आया। जिसके बाद अब्दुल परवेज की लोकेशन पिरान कलियर रुड़की में ज्ञात हुई तथा अभि. अब्दुल परवेज उपरोक्त को 13 मई को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया।

घटना को अंजाम देने की कहानी
पूछताछ में अब्दुल परवेज ने बताया कि, मैं 2021 की जनवरी में अपने गांव से नौकरी की तलाश में पिरान कलियर आया था पिरान कलियर में मेरी मुलाकात तारीक अनवर पुत्र मौ. अनवर नि. आरो राजौरी जम्मू कश्मीर और मौ. मुजम्मिल चौधरी निवासी गम्भीर मुगला मंजाकोट राजौरी, जम्मू कश्मीर से हुई हम तीनों पिरान कलियर में किराये पर रहकर प्राईवेट नौकरी करने लगे।

सॉफ्टवेयर की अच्छी नॉलेज रखते थे आरोपी
तारीक सॉफ्टवेयर इंजीनियर का काम जानता था और मुजम्मिल भी सॉफ्टवेयर का अच्छा नॉलेज रखता था और मेरा भी मोबाइल पर अच्छा होल्ड था हमारे खर्चे ज्यादा थे पैसो की आवश्यकता थी और वेतन सीमित मिलता था इसलिए तारीक ने हमसे कहा कि मैं एक सॉफ्टवेयर डवलप करने वाले व्यक्ति को जानता हूँ उससे हम सॉफ्टवेयर लेकर उसे डवलप कर सकते है तभी हम तीनों ने मिलकर तारीक की जान पहचान के व्यक्ति से एक सॉफ्टवेयर खरीदा और उसे डवलप किया।

btt.globle से की ठगी, बताते थे अलग-अलग नाम
हम लोगों को अपने नाम अलग बताते थे अपने सही नाम हमने कभी नहीं बताये जैसे राहिल, जिशान, अजय, सुरेश अग्रवाल आदि रामनगर नैनीताल के मौ. अंजुम नाम के व्यक्ति को हम तीनों ने मिलकर तारीक के मो. से फेसबुक पर एक लिंक भेजा और कुछ दिनो बाद अंजुम नाम के व्यक्ति ने लिंक पर क्लिक कर दिया और उसे झांसे में लेकर btt.globle के बारे में बताया और आईडी बनाने को कहा मौ. अंजुम के जरिये रामनगर के बहुत सारे लोगो ने हमारे btt.globle पर पैसे ट्रान्सफर कर दिये कुछ दिन तक हमने लोगों को लालच देकर कुछ पैसे जैसे 2 हजार, 4 हजार वापस कर दिये और जब हम तीनों के पास 12-15 लाख रूपये जमा हो गये तो हमने नम्बर बन्द कर दिये । btt.globle एप भी क्लोज कर दिया। गिरफ्तारी टीम में SSI प्रेम विश्वकर्मा और कानि. हेमन्त सिंह शामिल रहे।

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