सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
एक तरफ राज्य में जहां कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बीच, बच्चों का टीकारण पूरा होने से पूर्व ही स्कूल खोल किये खोल दिये गये हैं। वहीं अल्मोड़ा शहर के बीचों बीच सुविधा के लिहाज से रैमजे इंटर कालेज में बने वैक्सीनेशनन सेंटर को अचानक बंद कर दिया गया है। जिससे जनता में भारी रोष है। सांई निष्काम सेवा समिति की बैठक में इस पर कड़ा ऐतराज दर्ज किया गया।
उल्लेखनीय है कि अब रैमजे के स्थान पर टीका लगाने के लिए अब भातखंडे अथवा होटल मैनेजमेंट जाना पड़ रहा है। सांई सेवा समिति की बैठक में वक्ताओं ने कहा कि वैक्सीनेशन सेंटर शहर के दो अलग—अलग कोनों में बना दिये गये हैं। जिससे जनता को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। जिनके पास आने—जाने के कोई साधन नही हैं, उन्हें बेवजह इतनी दूर पैदल चलकर वैक्सीनेशन के लिए जाना पड़ेगा। इससे सबसे अधिक बुजुर्ग व शारीरिक दिक्कत झेल रहे लोगों को बड़ी दिक्कत पेश आयेगी।
वक्ताओं ने कहा कि आज पूरा विश्व जहां कोरोना महामारी का दौर झेलने के बाद बड़ी मुश्किल से उभर पाया है और तीसरी लहर की आशंका से ग्रसित है। वहां वैक्सीनेशन ही कोरोना के खिलाफ एकमात्र बड़ा हथियार है। इन हालातों में तो वैक्सीनेशन की मुहिम मोहल्ला—मोहल्ला चली चाहिए थी। इसकी बजाए दूरस्त क्षेत्रों में केंद्र बना दिये गये हैं।
उन्होंने प्रशासन से मांग करी कि वैक्सीनेशन सेंटर जनता की सुविधा के लिहाज से शहर के मध्य में स्थित रैमजे इंटर कालेज, नगर पालिका और कलेक्ट्रेट परिसर में बनाये जायें। ताकि जनता को कोई दिक्कत पेश नही आये और लोग अधिक से अधिक संख्या में टीकाकरण को पहुंच सकें।
बैठक का संचालन गिरीश धवन ने किया। इस मौके पर मनोज सनवाल, अभय साह, संदीप गुप्ता, कस्तूरी लाल, हरीश जोशी, अंकुर बोहरा, ललित कार्की, साबिर अंसारी, लियाकत अली, विमल कपूर, भुवन तिवारी, राम निरंकारी, राकेश जायसवाल, डॉ. जीसी दुर्गापाल आदि मौजूद रहे।