देहरादून। छात्रवृत्ति घोटाले में एसआईटी ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। हरिद्वार जनपद में महर्षि दयानंद प्राइवेट आईटीआई, धनौरी के संचालक मंडल के खिलाफ चल रही जांच में एसआईटी को कुछ अहम सुराग हाथ लगे थे। इन तथ्यों में पहला तो यह था कि पांच कथित छात्रों का एक ही शिक्षण सत्र में दो संस्थानों में प्रवेश दिला कर उन्हें छात्रवृत्ति का अनुचित लाभ दिया गया था। जबकि पांचों छात्रों ने इन संस्थानों में प्रवेश लेने से इंकार कर दिया। इन छात्रों को अपने बैंक खातों के बारे में कोई जानकारी ही नहीं थी। जब एसआईटी ने गंभीरता से उनके खातों की जांच की तो पता चला कि उनके खाते फर्जी तरह से खुलवाए गए थे।
जांच में पाया गया कि इन छात्रों के बैंक खाते ग्राहक सेवा या बैंक मित्र नवीन कुमार पुत्र तेजपाल सैनी, जमालपुर थाना भगवान पुर जनपद हरिद्वार द्वारा कैंप लगवा कर खुलवाए गए थे। इन खातों को नवीन कुमार की संचालित करता रहा। बाद में इन खातों खातों की धनराशि उसने संस्थान के स्वामी अश्विन कुमार को दे दी। कुछ मामलों की जांच में सामने आया कि संस्थान के कर्मचारी अमित कुमार सैनी ने कुछ छात्रों के छात्रवृत्ति आवेदन में अपना ही नंबर दे दिया। ये वहीं तथाकथित छात्र थे जिनका प्रवेश संस्थान में नहीं था। जांच पड़ताल में साबित हो गया कि अश्विन कुमार के साथ मिलकर नवीन औह अमित सैनी ने छात्रों के नाम पर छात्रवृत्ति स्वयं डकार ली। आज एसआईटी ने नवीन कुमार और अमित कुमार सैनी को गिरफ्तार कर लिया।