महिला सशक्तिकरण पर विशेष ज़ोर
सीएनई रिपोर्टर, हल्द्वानी। उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय (UOU) के तत्वावधान में बृहस्पतिवार को शिवेंद्रालय विशेष विद्यालय, हल्द्वानी में ‘स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार’ विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का सफल आयोजन किया गया। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में वक्ताओं ने नारी को परिवार की आधारशिला और समाज की प्राण शक्ति बताते हुए उनके शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य के साथ-साथ परिवार में संतुलन स्थापित करने के महत्व पर ज़ोर दिया।
मुख्य वक्ताओं ने रेखांकित किया महिला स्वास्थ्य का महत्व
डॉ. रेनू प्रकाश, नोडल अधिकारी “स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान” और निदेशक, समाज विज्ञान विद्याशाखा, ने मुख्य अतिथि के रूप में कहा कि “नारी केवल परिवार की आधारशिला ही नहीं, बल्कि समाज की प्राण शक्ति है। यदि नारी शारीरिक एवं मानसिक रूप से स्वस्थ होगी, तभी परिवार और समाज सशक्त हो सकता है।”
मनोविज्ञान विभाग (UOU) की समन्वयक डॉ. सीता ने विशिष्ट अतिथि के तौर पर इस बात पर बल दिया कि महिला के स्वास्थ्य और मानसिक संतुलन के प्रति जागरूकता ही परिवार की स्थिरता और बच्चों के विकास की नींव है।
पोषण और मानसिक समरसता पर विशेष सत्र
कार्यशाला में दो महत्वपूर्ण विषयों पर विशेष वक्ताओं ने अपने विचार साझा किए:
- डॉ. नमिता वर्मा (अर्थशास्त्र विभाग) ने “मातृ स्वास्थ्य और किशोरियों में पोषण जागरूकता” की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।
- डॉ. ललित मोहन पन्त (मनोवैज्ञानिक) ने “महिलाओं के मानसिक स्वास्थ्य और पारिवारिक समरसता” पर गहन चर्चा की।
सक्रिय भागीदारी और समापन
विद्यालय की शिक्षिकाओं, विद्यार्थियों और अभिभावकों की सक्रिय भागीदारी से यह कार्यशाला सफल रही। कार्यक्रम का संचालन डॉ. भावना धोनी द्वारा किया गया, और धन्यवाद ज्ञापन श्रीमती शैलजा ने प्रस्तुत किया। कार्यशाला के अंत में, सभी प्रतिभागियों को स्वास्थ्य परामर्श, मनोवैज्ञानिक मार्गदर्शन एवं नारी सशक्तिकरण से संबंधित महत्वपूर्ण पुस्तिकाएँ भी वितरित की गईं। यह आयोजन उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय तथा शिवेंद्रालय विशेष स्कूल के संयुक्त प्रयासों का सफल परिणाम था।

