UKSSSC घोटाला तो बानगी भर, घोटालों की है एक लंबी फेहरिस्त : किरौला
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⏩ छोटी-छोटी मछलियों का ही नहीं, बडे़ मगरमच्छों को भी पकड़ें
⏩ धर्मनिरपेक्ष युवा मंच करेगा युवाओं को जागरूक
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
धर्मनिरपेक्ष युवा मंच के संयोजक विनय किरौला ने कहा कि UKSSSC घोटाला तो एक बानगी मात्र है, जबकि राज्य गठन के 22 सालों में हुए घोटालों की एक लंबी फ़ेहरिस्त है। वह वर्तमान व पूर्ववर्ती सरकारों से पूछना चाहते हैं कि यह बतायें कि इस बात की क्या गारंटी है कि भविष्य में ऐसे घोटाले दोबारा नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि वह सरकार से यह मांग करते हैं कि सरकार इस तरह के मामलों के लिए कानून लाये। यदि भविष्य में पेपर लीक जैसा प्रकरण होता है तो आयोग से लेकर डीएम तक को जिम्मेदार मानते हुए, अनियमितता के आरोपियों के खिलाफ तुरंत एफआईआर दर्ज करते हुए उन पर आपराधिक मुकदमा दर्ज करे।
यहां सुनीता सन सिटी के कान्फ्रेंस हॉल में आयोजित प्रेस वार्ता में विनय किरोला ने कहा कि प्रदेश सृजन के बाद से घोटाले बढ़ते जा रहे हैं। यह भी देखा गया है कि सरकारें अपने लोगों को बचाने का कार्य करते आई है। सरकार को यह बताना चाहिए कि 2003 के बाद से अब तक हुए घोटालों के मामलों पर कितने लोगों के खिलाफ कार्रवाई हुई है। उन्होंने कहा कि तालाब की छोटी मछलियां तो पकड़ी जाती हैं, लेकिन बड़े मगरमच्छ साफ बच निकलते हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले में UKSSSC पेपर लीक घोटाले को लेकर धर्मनिरपेक्ष युवा मंच युवाओं को एकजुट करने का कार्य करेगा। मंगलवार या बुधवार तक डीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन भी भेजा जायेगा।
उन्होंने कहा कि यदि इस तरह के घोटालों को रोकना है तो जरूरी है होने जा रही परीक्षाओं को लेकर सरकार पूर्व से ही कलैंडर जारी करे। चूंकि आज हालात यह है कि युवाओं को यह पता ही नहीं होता कि कौन सी परीक्षा कब होने जा रही है। उन्होंने कहा कि UKSSSC घोटाले की सीबीआई के माध्यम से जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस आयोग के माध्यम से पेपर तैयार होता है, चाहे वह पीसीएस का पेपर हो, समूग ग का हो या UKSSSC का हो, जो भी परीक्षा आयोजन से जुड़ा हो उसके उपर भी एक जांच ऐजेंसी होनी चाहिए। जिले में यदि पेपर में यदि किसी तरह की अनियमितता हो जाये तो वहां के डीएम, एसएसपी या एसपी भी उसके लिए जिम्मेदार माने जायें। प्रेस वार्ता में सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य जीसी जोशी, मयंक पंत, मनोज भट्ट, पंकज रौतेला, श्याम कनवाल आदि भी मौजूद रहे।