दिल्ली में कोरोना संक्रमण की चपेट में आने के बाद दो मासूम बच्चों की मौत हो गई है। ऐसा ही वाक्या गत दिनों उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में हुआ था।
05 और 09 साल के इन बच्चों का उपचार दिल्ली के गुरू तेग बहादुर हॉस्पिटल में चल रहा था। बताया जा रहा है कि उत्तर पूर्व दिल्ली के नंद नगरी में रहने वाले प्रहलाद ने विगत छह मई को अपनी पांच साल की बच्ची परी को कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद अस्पताल भर्ती किया था।
छह दिन वेंटिलेटर पर रहने के बाद उसकी मौत हो गई। वहीं दिलशाद कॉलोनी में रहने वाले शशांक शेार ने अपने 09 साल के बेटे क्रिशु को भी इसी अस्पताल भर्ती किया था और गुरूवार को उसकी भी मौत कोरोना संक्रमण के चलते हो गई। अस्पताल प्रबंधकों का कहना है कि बच्चों का आक्सीजन लेवल 30 से भी नीचे पहुंच गया था और फेफड़ों में इन्फेक्शन भी था।
जिस कारण उन्हें बचाया नही जा सका। इधर अस्पताल में महज दो दिन में दो बच्चों की मौत को लेकर चिकित्सक भी संशय में हैं। इससे पहले यहां इतनी कम उम्र कोरोना से मौत के मामले नही देखे गये हैं। चिंता इस बात की भी व्यक्त की जा रही है कि कहीं बच्चों में फैल रहा संक्रमण कोरोना की तीसरी लहर की दस्तक तो नही है ?
अलबत्ता अभी इस बारे में कुछ कहना जल्दबाजी होगी। हालांकि यह भी जानकारी मिली है कि कोरोना से देश भर में कई छोटे बच्चों की भी जान इससे पहले भी जा चुकी है। गत दिनों उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में भी दो बच्चों की कोरोना से मौत का मामला सामने आया था। यहां बीआरडी मेडिकल कॉलेज में एक चार के मासूम की मौत शुक्रवार को कोरोना से हो गई। इससे पूर्व भी सिद्धार्थनगर जिले के 10 साल के कोरोना संक्रमित बच्चे की मृत्यु हो गई थी।
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