Pithoragarh News | मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विस (एमईएस) में नौकरी लगाने के नाम पिथौरागढ़ के 32 युवाओं के साथ 1.20 करोड़ रुपये की ठगी करने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने पंजाब से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने न्यायालय में पेश करने के बाद दोनों को जेल भेज दिया है। पुलिस ने उनके पास से एक कार, दो मोबाइल और दो एटीएम कार्ड भी बरामद किए हैं। पुलिस के अनुसार वह कई राज्यों में ठगी कर चुके हैं।
दो जून 2023 को नैनीसैनी निवासी ललित सिंह बिष्ट और अन्य लोगों ने एफएफयू (फाइनेंशियल फ्रॉड यूनिट) शाखा एसपी कार्यालय में तहरीर दी। उन्होंने कहा कि विक्रम पठानिया और दीपक कुमार ने एक बिचौलिये से मिलकर उन्हें बताया कि वे लोग मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विस में नौकरी लगवाते हैं।
इसके लिए वे लोग क्लर्क पद के लिए प्रति व्यक्ति 5,50,000 रुपये और स्टोर कीपर पद के लिए प्रति व्यक्ति 3,60,000 रुपये लेते हैं। उनके बहकावे में आकर पिथौरागढ़ के 32 युवाओं ने नौकरी करने की इच्छा जताई। आरोपियों ने इन लोगों से कुल 1.20 करोड़ रुपये ऐंठ लिए लेकिन काफी समय बीतने के बाद भी युवाओं की नौकरी नहीं लगी। खुद के साथ ठगी का एहसास होने पर उन्होंने पुलिस की शरण ली। तहरीर के आधार पर जाजरदेवल थाने में केस दर्ज किया गया।
फाइनेंशियल फ्रॉड यूनिट और थानाध्यक्ष जाजरदेवल मदन सिंह बिष्ट के नेतृत्व में एसआई जितेंद्र सोराड़ी और एसओजी टीम ने विक्रम पठानिया निवासी ग्राम दुनेरा धारकला जिला पठानकोट (पंजाब) और दीपक कुमार निवासी चैक नैथल राजबाग कठुवा (जम्मू कश्मीर) को पंजाब से गिरफ्तार किया।
पुलिस ने दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेज दिया है। पुलिस टीम में फाइनेंशियल फ्रॉड यूनिट प्रभारी मनोज पांडेय, आनंद राणा, मनोज कुमार, विपिन ओली, भूपेंद्र सिंह और जितेंद्र कुमार मौजूद रहे।
सेना का भगौड़ा है दीपक, कई राज्यों में कर चुका है ठगी
32 युकाओं से एक करोड़ से अधिक की ठगी करने वाले दीपक कुमार ने बताया कि वह सेना में नायक के पद पर था। वहां से भाग गया था जिसे सेना ने भगौड़ा घोषित कर वर्ष 2018 में बर्खास्त कर दिया था। दूसरे आरोपी विक्रम पठानिया ने बताया कि वह दुनेरा में सीएससी सेंटर चलाता है। दोनों स्थानीय लोगों में से किसी एक को बिचौलिया बनाकर नौकरी की तलाश कर रहे युवाओं को झांसे में लेकर ठगी का काम करते हैं। दोनों ने कई राज्यों में लोगों से धोखाधड़ी की है।