—दोनों को यूपी से पकड़ लाई अल्मोड़ा पुलिस, 04 पहले पकड़े
—साइबर ठगों ने खाते से उड़ाई थी 11 लाख से अधिक रकम
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
करीब चार माह पूर्व रानीखेत स्थित बैंक शाखा के खाते से 11 लाख रुपये से अधिक की धनराशि धोखाधड़ी से उड़ाने वाले साइबर अपराधियों के गिरोह के फरार दो आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ गए हैं। जो काफी वक्त से फरार चल रहे थे। अल्मोड़ा पुलिस दोनों अपराधियों को उत्तर प्रदेश के गिरफ्तार कर लाई है। इस मामले में 04 लोग पहले गिरफ्तार हो चुके हैं।
मामले के मुताबिक जिले के थाना द्वाराहाट अंतर्गत छानागोलू क्षेत्र के ग्राम च्याली निवासी रमेश चन्द्र पुत्र स्व. शिव दत्त ने 16 फरवरी 2022 को थाना द्वाराहाट में धारा 420, 467, 468, 471, 120बी भादवि व 66डी आईटी के तहत रिपोर्ट दर्ज कराई। उन्होंने तहरीर में शिकायत की थी कि उनके एसबीआई रानीखेत में मौजूद खाते से 10 जनवरी से 19 जनवरी 2022 के मध्य अनाधिकृत रूप से धोखाधड़ी करके आनलाइन ट्रांजेक्शन के माध्यम से कुल 11,18,338 रुपये अज्ञात लोगों ने उड़ा लिये गए हैं। मामले की विवेचना अल्मोड़ा कोतवाली के निरीक्षक राजेश कुमार यादव द्वारा की जा रही है।
साइबर क्राइम में इस मामले में प्रकाश में आए आरोपियों विशेष शर्मा, सोमन ठाकुर, धीरज कुमार, मो. आरिफ सैफी को पुलिस पहले गिरफ्तार कर चुकी है, लेकिन मुकुल कुमार पुत्र नरेश चन्द्र, निवासी मोहल्ला पुख्ता बाजार, थाना जहांगीराबाद, जनपद बुलन्दशहर तथा उसका साथी मो. युसुफ पुत्र अस्तर हुसैन, निवासी ग्राम खैरखाता, पी. सरकड़ाखास करनपुर, जनपद मुरादाबाद उत्तर प्रदेश काफी समय से फरार चल रहे थे, लेकिन पुलिस के हाथ उन तक पहुंच ही गए। पुलिस ने बताया कि मुकुल को पुख्ता बाजार में उसके कंप्यूटर जन सेवा केंद्र तथा मो. युसुफ को कस्बा करनपुर में मोबाइल की दुकान से गिरफ्तार किया गया। उत्तर प्रदेश से दोनों को गिरफ्तार कर अल्मोड़ा पुलिस ले आई। गिरफ्तारी करने वाली पुलिस टीम प्रभारी डीसीआरबी अरुण कुमार, उप निरीक्षक मोहन सिंह सौन, आरक्षी भूपेन्द्र पाल, बलराम व दया प्रकाश धौनी शामिल रहे।
ऐसे उड़ाया खाते से धन
थानाध्यक्ष द्वाराहाट राजेन्द्र सिंह बिष्ट ने बताया कि इस धोखाधड़ी का मास्टर माइण्ड मोहम्मद आसिफ है, जिसने शिकायतकर्ता रमेश चन्द्र का आधार कार्ड धोखे से प्राप्त कर लिया और उसमें अपनी फोटो लगाकर अपना फर्जी आधार कार्ड बनाया लिया। इसके बाद उस आधार कार्ड पर वादी के नाम के बैंक एकाउण्ट से लिंक मोबाईल का सिम प्राप्त करके उसे एक्टिवेट किया। तत्पश्चात अपने मोबाईल में एसबीआई योनो एप डाउनलोड करके अपने साथी अभियुक्तों के अलग-अलग बैंक अकाउण्ट में धनराशी ट्रान्सफर करके धन हड़प लिया।