किच्छा ब्रेकिंग : व्यापार मंडल दोफाड़, देवभूमि व्यापार मंडल का गठन, उद्योग व्यापार मंडल के चुनाव की तैयारी

किच्छा। व्यापार मंडल के दोफाड़ होने के बाद जहां एक ओर देवभूमि व्यापार मंडल समिति (रजि) के पदाधिकारियों का गठन हो गया है, वहीं दूसरी…

किच्छा। व्यापार मंडल के दोफाड़ होने के बाद जहां एक ओर देवभूमि व्यापार मंडल समिति (रजि) के पदाधिकारियों का गठन हो गया है, वहीं दूसरी ओर उद्योग व्यापार मंडल के चुनाव की तैयारी को लेकर क्षेत्र में चर्चाओं का दौर गर्म है। उद्योग व्यापार मंडल द्वारा स्टॉल लगाकर प्राइमरी पाठशाला में सदस्यता अभियान चलाया जा रहा है और इस बात की संभावना भी जताई जा रही है कि सदस्यता अभियान के बाद जल्द ही उद्योग व्यापार मंडल के चुनाव भी संपन्न होंगे। इस बीच व्यापार मंडल की दावेदारी कर रहे एक व्यापारी नेता तथा व्यापार मंडल के पदाधिकारी पर उंगलियां उठने से पूरे क्षेत्र में चर्चाओं का दौर गर्म है। पीड़ित व्यापारी ने व्यापार मंडल चुनाव में अध्यक्ष की दावेदारी कर रहे एक पदाधिकारी पर काम कराने के बाद पैसे ना देने का आरोप लगाया है, फिलहाल पूरे मामले को लेकर चर्चाओं का दौर तेजी से गर्म हो रहा है।

साहिब प्रिंटिंग प्रेस के प्रबंधक तथा पीड़ित व्यापारी ईश्वर चंद बिष्ट ने आरोप लगाया कि वर्ष 2012 में 8 वर्ष पूर्व उद्योग व्यापार मंडल के महामंत्री ओम अग्रवाल द्वारा उनके प्रतिष्ठान पर आकर 2500 सदस्यता प्रमाण पत्र बनाने का आर्डर दिया गया था, जो कि उनके द्वारा तय समय पर प्रमाण पत्र बनाकर उन्हें दे दिए गए , बावजूद इसके पीड़ित व्यापारी ईश्वरचंद बिष्ट द्वारा 7100 रुपए के बिल भुगतान को लेकर लगातार चक्कर लगाए जा रहे हैं, परंतु व्यापार मंडल महामंत्री पैसे देने में आनाकानी कर रहे हैं। पीड़ित व्यापारी ईश्वर चंद ने कहा कि उनके द्वारा बिल भुगतान के लिए व्यापार मंडल के निवर्तमान अध्यक्ष स्वर्गीय महेंद्र चावला के पास आवेदन किया गया था, जिस पर उन्होंने स्वीकृति प्रदान करने के बाद बिल भुगतान के लिए महामंत्री ओम अग्रवाल के पास भेजते हुए तुरंत चैक काटने के लिए कहा गया, बावजूद इसके महामंत्री ओम अग्रवाल द्वारा उन्हें भुगतान नहीं किया गया।

पीड़ित व्यापारी ईश्वर चंद ने कहा कि व्यापार मंडल के कोष में धनराशि होने के बावजूद भी बनाए गए प्रमाण पत्र के बिल का भुगतान महामंत्री ओम अग्रवाल द्वारा नहीं किया जा रहा है और बेवजह उनको परेशान करने का काम किया जा रहा है। पीड़ित व्यापारी ने आरोप लगाया कि व्यापार मंडल के कोष में धनराशि होने के बावजूद भी छोटे-छोटे व्यापारियों के बिलों का भुगतान व्यापार मंडल महामंत्री द्वारा ना किए जाने से क्षेत्र के व्यापारी पीड़ित तथा शोषित हैं, ऐसी दशा में जब पदाधिकारियों द्वारा ही छोटे व्यापारियों का उत्पीड़न तथा शोषण किया जाएगा तो ऐसे पदाधिकारियों पर कौन विश्वास करेगा और ऐसे व्यापारियों को चुनाव लड़ने का कोई अधिकार नहीं है।

व्यापार मंडल महामंत्री द्वारा व्यापारी उत्पीड़न का मामला क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है। तमाम व्यापारियों ने यह भी आरोप लगाया कि व्यापार मंडल द्वारा सदस्यता शुल्क के माध्यम से लाखों रुपए की वसूली की गई थी, परंतु आज तक किसी भी बैठक में व्यापार मंडल के आय-व्यय का विवरण सार्वजनिक नहीं किया गया है। व्यापारियों ने दबी जुबान से व्यापार मंडल की धनराशि के गबन की भी आशंका जताई है, जिससे पुर पूरा मामला तूल पकड़ता नजर आ रहा है। वहीं दूसरी ओर व्यापारियों ने यह भी कहना शुरू कर दिया है कि कुछ लोग निजी स्वार्थों के चलते मात्र ऊंचे पदों पर बैठकर अपना स्वार्थ सिद्ध करने का काम कर रहे हैं। अग्रवाल सभा के तमाम सदस्यों ने भी दबी जुबान से अग्रवाल सभा के अध्यक्ष ओम अग्रवाल की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं।

नाम न छापने की शर्त पर अग्रवाल सभा के सदस्यों ने कहा कि गत कई वर्षों से निवर्तमान अध्यक्ष महेंद्र चावला ने अपने कार्यकाल में महाराजा अग्रसेन जी की जयंती पर विशाल कार्यक्रमों का आयोजन किया और अंबेडकर चौक स्थित महाराजा अग्रसेन जी की मूर्ति पर माल्यार्पण करने के साथ ही मिष्ठान वितरण कार्यक्रम आयोजित किया, परंतु ओम अग्रवाल के अध्यक्ष बनने के बाद 2 वर्षों से एक भी कार्यक्रम आयोजित नहीं किया गया और अग्र समाज के पूजनीय महाराजा अग्रसेन जी महाराज की जयंती को भी अग्रवाल सभा भूल गई, जिसकी जितनी निंदा की जाए कम है। उन्होंने ओम अग्रवाल द्वारा अध्यक्ष पद की जिम्मेदारियों का पालन न करने पर स्वेच्छा से इस्तीफा देने की भी मांग की है।

फिलहाल व्यापारियों के साथ साथ अग्रवाल समाज में भी व्यापार मंडल महामंत्री तथा अग्रवाल सभा के अध्यक्ष ओम अग्रवाल के खिलाफ भारी रोष व्याप्त है। पीड़ित व्यापारी ईश्वर चंद ने कहा कि उद्योग व्यापार मंडल के चुनाव के दौरान उनके द्वारा व्यापार मंडल के महामंत्री द्वारा किए गए उत्पीड़न तथा शोषण का मामला उठाकर व्यापारियों को जागरूक करने का काम किया जाएगा और ऐसे पदाधिकारी की पोल खोल कर व्यापारियों को जागरूक किया जाएगा, जो छोटे व्यापारियों का उत्पीड़न व शोषण करने का काम करते हैं।

उन्होंने कहा कि जब व्यापार मंडल के अहम पद पर बैठकर पदाधिकारी द्वारा ही अपने नगर के छोटे व्यापारी का खुलेआम शोषण तथा उत्पीड़न करने का काम किया जाएगा तो ऐसे पदाधिकारी पर कौन विश्वास करेगा तथा ऐसे पदाधिकारी का सभी व्यापारियों को एकजुट होकर बहिष्कार करना चाहिए। इस मामले में उद्योग व्यापार मंडल के महामंत्री तथा अग्रवाल सभा के अध्यक्ष ओम अग्रवाल से उनका पक्ष लेने के लिए संपर्क करने का प्रयास किया गया, परंतु उनसे संपर्क नहीं हो पाया।

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