सीएनई रिपोर्टर, कौसानी। देश में संवैधानिक मूल्यों और गांधी विचारधारा को मजबूत करने के उद्देश्य से आगामी 7 से 9 जून 2025 तक उत्तराखंड के प्रसिद्ध अनासक्ति आश्रम, कौसानी में तीन दिवसीय गांधी चिंतन शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इस शिविर का उद्देश्य समाज में सकारात्मक सोच संविधान और गांधी विचार में निष्ठा वाले लोगों, विशेष रूप से युवाओं, को संगठित करना और सतत संवाद के माध्यम से रचनात्मक दिशा प्रदान करना है।
शिविर के संयोजक वरिष्ठ पत्रकार और गांधीवादी चिंतक राम दत्त त्रिपाठी ने बताया कि आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है –विचारों और मूल्यों में विश्वास रखने वालों को जोड़कर एक सक्रिय नेटवर्क खड़ा करना, ताकि सामाजिक सद्भाव और रचनात्मक रास्ता तैयार किया जा सके।
शिविर के मुख्य बिंदु:
• गांधी विचार और रचनात्मक कार्यक्रमों पर चिंतन।
• कार्यकर्ताओं के क्षमता विकास और जुड़ाव के नए रास्तों पर संवाद।
• हिमालय, नदियों, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन के मुद्दों पर मंथन।
• शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, स्त्री सशक्तिकरण, दलित उत्थान और पंचायती राज पर संवाद।
• गांधी जयंती (2 अक्टूबर 2025) को वैश्विक स्तर पर मनाने के सुझाव।
• “गंगा से गांधी तक यात्रा” – बनारस से दिल्ली तक सर्व सेवा संघ की प्रस्तावित पदयात्रा पर सहयोग।
शिविर को गुजरात विद्यापीठ के पूर्व कुलपति प्रो. सुदर्शन अयंगर, जमनालाल बजाज रिसर्च इंस्टीट्यूट सेवाग्राम और पद्मश्री सुश्री राधा भट्ट भी संबोधित करेंगी। यह आयोजन गांधीजी की स्मृति से जुड़ी पावन स्थली अनासक्ति आश्रम में किया जा रहा है, जहां उन्होंने गीता के अनासक्ति योग पर आधारित लेखन कार्य किया था।