देहरादून। उत्तरांचल पंजाबी महासभा के सदस्यों ने मुख्यमंत्री तीर्थ सिंह रावत से शिष्टाचार भेंट करीब मुख्यमंत्री बनाने की बधाई दीपक एवं अनुरोध किया कि राज्य सरकार में पंजाबी समाज की भागीदारी होनी चाहिए लेकिन ना होने के कारण पंजाबी समाज में नाराजगी है।
उत्तरांचल पंजाबी महासभा 2017 से पंजाबी समाज के विधायकों को मंत्री मंडल में सहयोग होने की मांग को लेकर कई बार मुख्यमंत्री के सामने रखते आ रहे हैं लेकिन अभि तक पंजाबी समाज के किसी भी विधायक को मंत्रीमण्डल में स्थान नहीं दिया गया चाहिए वो विधायक पांच बार, आठ बार का जीता हुआ विधायक क्यों ना हो।
पंजाबी समाज देश विदेश में बढ़-चढ़कर सेवा का कार्य करते आ रहा है। कोरोना के समय में भी पंजाबी समाज ने जगह-जगह गुरु का लंगर लगाकर जरूरतमंदों का पेट भरा है। आपदा में भी जरूरत की वस्तुएं आपदा प्रभावितों तक पहुंचाई एवं पंजाबी महासभा ने जोरों शोरों से हरेला पर्व मनाया। पंजाबी महासभा ने बच्चों को हरेला पर्व के बारे में जानकारी देते हुए निबंध, पेंटिंग , डिबेट आदि प्रतियोगिता उत्तराखंड में करवाई।
पंजाबी समाज हमेशा सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर सेवा करता आ रहा है। कोरोना फंड, राम जन्मभूमि की सेवा, आपदा फंड इत्यादि में हर संभव सहयोग करते आ रहा है।
उत्तरांचल पंजाबी महासभा ने प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक एवं प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम के संज्ञान में भी मंत्री मंडल बनने से पहले अवगत करा दिया गया था कि प्रदेश में पांच विधायक हैं अतः उनको यथा योग मंत्रिमंडल में स्थान दिया जाए। आज हम आपसे अनुरोध करते हैं कि सरकार में उचित स्थान दिया जाए ताकि पंजाबी समाज में किसी तरह की नाराजगी ना रहे एवं समाज सरकार के साथ जुड़ा रहे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन भी दिया गया है जिसमें पंजाबी समाज को मंत्रिमंडल में उचित स्थान मिलना चाहिए ।
इस अवसर पर महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष राजीव घई प्रदेश अध्यक्ष , जी. एस. आनंद प्रदेश संगठन मंत्री व गढवाल प्रभारी , एस. पी. कोचर, राम देव आनंद, वीरेन्द्र सिंह चड्डा, संजीव सिंह ग्रोवर, राज कुमार फ़ूटेला, संजय तलवार, भारत भूषण चुग, राजीव परनामी, अशोक कुमार छाबड़ा, बलदेव जैसवाल, अमरजीत सिंह कुकरेजा, हनीश अरोड़ा, कर्मजीत सिंह खोखर, मनु कोचर, गुरुपाल सिंह, सागर मलिक, गुरदीप कौर, रवि अरोड़ा, अरुण खरबंदा, बबीता सोहता, रिंकी कपूर आदि उपस्थित थे।