सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
काफलीकमेड़ा में अतिवृष्टि से भारी नुकसान हुआ है। गांव को जोड़ने वाली सड़क पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है। पहाड़ से हो रहे भूस्खलन से गांव को भी खतरा पैदा हो गया है। जिससे आवासीय घरों में रहने वाले लोग भयभीत हैं। उन्होंने सुरक्षित स्थानों में बसाने की मांग शुरू कर दी है।
पूर्व विधायक ललित फर्स्वाण ने कहा कि काफलीकमेड़ा गांव मे अतिवृष्टि के कारण सड़क पूरी तरह ध्वस्त हो गई है। वह गांव के लोगों की समस्याएं सुनने गए थे। ग्रामीणों ने बताया कि भूस्खलन के कारण उनके मकानों को खतरा पैदा हो गया है। निर्माणाधीन सड़क के कारण भवनों के ऊपर पत्थर, बोल्डर और मलबा गिरने का भय बना हुआ है। अभी तक सड़क में दुपहिया वाहन तक नहीं चल सके हैं। जिससे लगभग पांच हजार जनसंख्या प्रभावित हो रही है। गांव के दोनों तरफ दुपहिया और चौपहिया वाहन भी फंसे हुए हैं। टैक्सी चालकों की रोजी-रोटी भी संकट में है।उन्होने कहा कि स्थानीय गधेरे के कारण दो पैदल पुल भी बह गए हैं। विद्युत पोल भी खतरे की जद में आ गए हैं। सरयू घाटी की लाइफलाइन पटरी से उतर गई है। भैंसखाला से काफलीकमेड़ा तक सड़क दुर्घटना को आमंत्रण दे रही है। उन्होंने कहा कि गांव की सुध कोई नहीं ले रहा है। विद्युत सेवा भी लंबे समय से बाधित चल रही है। कई बार फोन किया गया लेकिन कोई उठा नहीं रहा है। उन्होंने कहा कि राशन आदि की समस्या भी शुरू होने लगी है। उन्होंने तत्काल क्षेत्र की समस्याओं का हल करने की मांग की है। ऐसा नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। इस मौके पर चामू देवली, दयाल डयाराकोटी, दुर्गा डयारकोटी आदि मौजूद थे।
पगना सड़क पर खतरा बढ़ा
पगना मोटरमार्ग में भूस्खलन के कारण भारी बोल्डर पहाड़ी से टूटकर सड़क के ऊपरी हिस्से में रूका हुआ है। जिससे टैक्सी और राहगीरों को खतरा पैदा हो गया है। विभागीय अधिकारियों को सूचित करने के बावजूद बोल्डर नहीं हट सका है। जिससे लगभग पांच हजार से अधिक लोगों की दिक्कतें बढ़ गई हैं। उन्होंने कहा कि यदि बोल्डर नहीं हटा तो बड़ी दुर्घटना घटित हो सकती है। सोमवार को बोहला के ग्राम प्रधान पूरन सिंह के नेतृत्व में ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया। उन्होंने कहा कि पगना मोटर मार्ग में कठानी के पास पहाड़ी से एक बड़ा बोल्डर टूट कर गिरा हुआ है। इसके अलावा लगातार भूस्खलन हो रहा है। उन्होंने कहा कि सड़क के अलावा यहां आम रास्ता भी है। लगभग पांच हजार लोग प्रतिदिन यहां से आवाजाही करते हैं। सतेश्वर मंदिर में इसबीच पूजा-अर्चना हो रही है। गांव के अलावा भी अन्य स्थानों से लोग वहां पहुंच रहे हैं। उन्होंने कहा कि कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। उन्होंने कहा कि बोल्डर से प्रधान के आवासीय मकान को भी खतरा बना हुआ है। ग्रामीणों ने पीएमजीएसवाइ से तत्काल बोल्डर को हटवाने की मांग की। इस दौरान हरीश सिंह, जगत सिंह, चंचल सिंह, तुलसी देवी आदि मौजूद थे।
Bageshwar News: अतिवृष्टि से काफलीकमेड़ा गांव में भूस्खलन का खतरा, भय के साये में ग्रामीण, गांव को जोड़ने वाली सड़क क्षतिग्रस्त, उधर पगना सड़क पर बढ़ा खतरा
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर काफलीकमेड़ा में अतिवृष्टि से भारी नुकसान हुआ है। गांव को जोड़ने वाली सड़क पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है। पहाड़ से हो…