डीएम ने परीक्षा को लेकर दिए जरूरी दिशा—निर्देश
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की 22 जून को आयोजित वन दरोगा लिखित परीक्षा को शांतिपूर्ण, पारदर्शी एवं नकलविहीन ढंग से संपन्न कराएं। जिलाधिकारी आशीष भटगांई ने कलक्ट्रेट सभागार में जनपद के सभी परीक्षा केंद्र व्यवस्थापक, जोनल मजिस्ट्रेट एवं सेक्टर मजिस्ट्रेटों के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

परीक्षा के लिए कुल तीन केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें कुल 1100 अभ्यर्थी सम्मिलित होंगे। कंट्रीवाइंड पब्लिक स्कूल कठायतवाड़ा में 432, सरस्वती शिशु मंदिर इंटर कालेज में 312 एवं विवेकानंद विद्या मंदिर इंटर कालेज मंडलसेरा में 356 परीक्षार्थी परीक्षा देंगे।
वन दरोगा परीक्षा, व्यापक तैयारियां
जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि सभी परीक्षा केंद्रों में जैमर, सीसीटीवी कैमरे तथा मोबाइल व अन्य निजी सामान रखने के लिए क्लाक रूम की व्यवस्था अनिवार्य रूप से सुनिश्चित करेंगे। केंद्र व्यवस्थापक, परीक्षा केंद्र पर नियुक्त कक्ष निरीक्षकों से यह शपथ पत्र अवश्य लें कि उनके कोई पारिवारिक सदस्य संबंधित परीक्षा केंद्र में परीक्षा नहीं दे रहे हैं।
इसके अलावा लोक निर्माण विभाग संवेदनशील स्थलों पर लोडर मशीन लगाएगा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी मेडिकल टीम की व्यवस्था करेंगे। यूपीसीएल परीक्षा के दौरान निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करेगा। बैठक में यूकेएसएसएससी के अधिकारी राबिन सिंह, अपर जिलाधिकारी एनएस नबियाल आदि उपस्थित थे।
कैसे बन सकते हैं वन दरोगा ?
उदाहरण के लिए, उत्तराखंड में वन दरोगा बनने के लिए, आपको निम्नलिखित चरणों का पालन करना होगा:
- 12वीं कक्षा उत्तीर्ण करें.
- किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री प्राप्त करें, जिसमें भौतिकी, रसायन विज्ञान, गणित, या सांख्यिकी जैसे विषय शामिल हों.
- उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) द्वारा आयोजित शारीरिक दक्षता परीक्षा (पीईटी) और लिखित परीक्षा में सफल हों.
- साक्षात्कार में भी सफल हों.
- वन दरोगा के पद के लिए आवेदन करें.
- प्रशिक्षण प्राप्त करें.