रीठा महादेव शिवालय में शिव महापुराण रुद्र महायज्ञ
सीएनई रिपोर्टर रानीखेत

क्षेत्र के प्राचीन एवं प्रसिद्ध श्री ऋषेश्वर रीठा महादेव मंदिर प्रांगण में शिव महापुराण रुद्र महायज्ञ में छठे दिन भगवान शंकर के पावन विवाह प्रसंगों का दिव्य वर्णन किया गया।

उल्लेखनीय है कि प्रति वर्ष रीठा महादेव शिवालय में शिव महापुराण रूद्र महायज्ञ क्षेत्रवासियों के सहयोग से किया जाता है। कथा वाचक व्यास राजेन्द्र तिवारी द्वारा श्रद्धालुजनों को भगवान शिव के विवाह प्रसंग का सजीव चित्रण करते हुए बताया कि कैसे दक्ष कन्या सती के साथ भगवान शिव का विवाह सम्पन्न हुआ और यज्ञ में हुए शिव अपमान के कारण सती ने आत्मदाह किया। व्यास ने कहा कि जहां देवताओं, गुरुओं और पवित्र संबंधों का अपमान होता है, वहां का त्याग कर देना ही श्रेयस्कर होता है।
कथा व्यास ने इन गंभीर विषयों को अनेक प्रासंगिक उदाहरणों के माध्यम से स्पष्ट किया, जिसे श्रद्धालुओं ने गहराई से आत्मसात किया। यज्ञ संरक्षक महंत हरिदास महाराज के संरक्षण में चल रहे इस महायज्ञ में हवन-पूजन व भक्ति संगीत के साथ वातावरण भक्तिमय बना रहा।
कार्यक्रम में सैकड़ों श्रद्धालुओं की उपस्थिति रही, जिन्होंने कथा के उपरांत महाप्रसाद ग्रहण कर पुण्य लाभ अर्जित किया। इस मौके पर मंदिर समिति की ओर से अध्यक्ष आचार्य कमलेश सती, कोषाध्यक्ष मनोज सती, रणजीत सिंह नेगी, पंकज खाली, चन्दन मठपाल, अशोक लाटी आदि का सहयोग सराहनीय रहा।
