पंतनगर न्यूज: सेना के सम्मान में कर्मचारियों के वेतन की कटौती के लिए अलग से खाता खोलने के यूनिवर्सिटी के आदेश अपने आप में मजाक : रजनीश पांडे

पन्तनगर। सेना को आर्थिक सहयोग के लिए गोविंद बल्लभ पंत यूनिवर्सिटी की ओर से अलग खाते खोलने के आदेश का स्वयं सुरक्षा अभियान के संस्थापक…

पन्तनगर। सेना को आर्थिक सहयोग के लिए गोविंद बल्लभ पंत यूनिवर्सिटी की ओर से अलग खाते खोलने के आदेश का स्वयं सुरक्षा अभियान के संस्थापक रजनीश पांडे ने नाराजगी व्यक्त की है।
यहां अपने कार्यालय पर पत्रकार वार्ता में स्वयं सुरक्षा अभियान के संस्थापक रजनीश पांडे ने पंतनगर प्रशासन द्वारा जारी किए आदेश पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि फरवरी 2019 में पुलवामा में जवानों के शहादत पर उनके द्वारा अपने वेतन से हर माह एक फीसदी कटौती के लिए पन्तनगर यूनिवर्सिटी के कुलपति को पत्र लिखा था।

जिसमें कई अन्य कर्मचारियों ने भी सेना के सम्मान में वेतन से प्रतिमाह कटौती के लिए पत्र दिया था। विश्वविद्यालय द्वारा ही वेतन से कटौती करने के लिए भारतीय सेना का खाता मांगा गया था।
भारतीय सेना का खाता उपलब्ध कराने के लिए उत्तराखंड के मंत्री सतपाल महाराज ने भी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखा था तथा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने स्वयं इस विषय का संज्ञान लिया था। प्रधानमंत्री कार्यालय के निर्देश पर अगस्त 2019 में रक्षा मंत्रालय से भारतीय सेना का खाता सराहना करते हुए उपलब्ध कराया था। जिसके बावजूद भी पंतनगर प्रशासन द्वारा वेतन से कटौती शुरू नहीं की।
वही कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने भी प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर कर्मचारियों का समर्थन किया था।उन्होंने कहा कि विवि कि 239 वी बैठक में भी विधायक राजेश शुक्ला, सदस्य प्रबंध परिषद ने भी बोर्ड की बैठक में प्रस्ताव रखा गया था कि शिक्षण व शिक्षणेत्तर कर्मचारी सेना के खाते में स्वेच्छा से धनराशि भेजना चाहते हैं तथा उनके वेतन से कटौती कर भारतीय सेना के खाते में भेजी जाए सर्व सहमति से इस विषय को पारित भी कर दिया गया।
वही प्रबंध परिषद के सदस्य एवं विधायक राजेश शुक्ला ने भी नियंत्रक, सचिव प्रबंध परिषद को भी पत्र भेजा गया था फिर भी विवि ने अलग खाता खोलने के लिए कार्यालय आदेश जारी कर दिया । उन्होंने कहा कि ज़ब केंद्र सरकार ने भारतीय सेना का खाता खोल रखा है। तो अलग से किसी भी व्यक्ति या संस्था को भारतीय सेना के नाम पर खाता खोलने की कोई आवश्यकता ही नहीं है।
उन्होंने कहा कि जब विवि द्वारा कर्मचारियों कि जीवन बीमा ऋण समिति, गावैज चार्ज की कटौती की जा रही हैं तो सेना के सम्मान में कटौती क्यों नहीं की जा रही। उन्होंने कहा कि उनके वेतन से प्रतिमाह सेना सम्मान के लिए राशि कि कटौती होनी चाहिए। जहां एक ओर केंद्र एवं राज्य सरकार, राष्ट्रवाद और सेना के सम्मान में निरंतर कार्य कर रही है तो हम सब भारतीयों का भी कर्तव्य है कि सेना का सम्मान किसी ना किसी रूप में करें। इस अभियान से पंतनगर विश्वविद्यालय को पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के द्वारा दिए गए नारे जय जवान जय किसान को पूर्ण करने के लिए जाना जायेगा।
उन्होंने क्षेत्रीय विधायक एवं प्रदेश सरकार से मांग की है कि विवि के जारी आदेश में संशोधिन किया जाये जिससे जो कर्मचारी सेना के सम्मान में अपने वेतन से कटौती करवाना चाहते है उनके वेतन से कटौती प्रारम्भ हो सके। राष्ट्रहित में हम सभी कर्मचारियों की भावनाओं का भी सम्मान होना चाहिए। प्रदेश सरकार द्वारा ज़ब हम कर्मचारियो से एक दिन का वेतन काट लिया गया तो ज़ब हम राष्ट्रहित व सेना के सम्मान में कटौती करना चाहते है तो कटौती की जानी चाहिए।

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