Fake news and fact check : केरल में गर्भवती हथिनी की हत्या में समुदाय विशेष के लोगों की गिरफ्तारी का सच…..

सूचना व प्रोद्योगिकी के इस दौर में अफवाह इतनी तेजी से फैलती है कि ‘फेक न्यूज’ और ‘सच्ची ख़बर’ के बीच अंतर करना नामुमकिन सा…

सूचना व प्रोद्योगिकी के इस दौर में अफवाह इतनी तेजी से फैलती है कि ‘फेक न्यूज’ और ‘सच्ची ख़बर’ के बीच अंतर करना नामुमकिन सा हो जाता है। झूठी ख़बरें और अफवाह फैलाने का नतीजा बहुत भयानक हो सकता है। ऐसा ही एक झूठ इन दिनों बहुत तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें यह बताया जा रहा है कि ‘केरल में हथनी गर्भवती हथनी की मौत के पीछे कुछ धर्म विशेष के लोग शामिल हैं।’ बकायदा, इनके नाम भी सोशल मीडिया में इस तरह से वायरल किये जा रहे हैं, जिससे देश का सांप्रदायिक सद्भाव खतरे में पढ़ सकता है। हम आपको इस वायरल ख़बर की अब असलियत बताते हैं।
दरअसल, केरल में गत दिनों एक ऐसी घटना घटी, जिससे पूरा देश स्तब्ध हो गया। एक गर्भवती हथनी को अनन्नास में बम—पटाखे डाल कुछ लोगों ने खिला दिया। जिससे इस हथनी व उसके पेट में पल रहे शिशु की दर्दनाक मौत हो गई। इसके बाद से देश भर में शोक संवेदनाओं का दौर शुरू हो गया। निश्चित रूप से एक हथनी की इस तरह से की गई हत्या पर हर कोई स्तब्ध था कि आंखिर ऐसा क्रूर इंसान कौन होगा, जिसने एक निरअपराध गर्भवती हथनी की जान ले ली ? ऐसे मौके पर अचानक एक ख़बर वायरल हुई कि हत्यारे पकड़े गये हैं और इनमें धर्म विशेष के लोगों का नाम उछलने लगा। हालत यह है कि कुछ लोग इस घटना की आड़ में नफरत और भ्रामक सूचनाएं आज भी फैलाने में लगे हुए हैं।
इस बीच 5 जून को यह खबर आई कि मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तारी से जुड़े नाम सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा। इस वायरल सूचना में आरोपियों का नाम मो. अमजत अलि और थमीम शेख बताया गया। इस तरह के ट्विट्स आज भी धड़धड़ वायरल हो रहे हैं।

यह है सच्चाई !
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस जघन्य मामले में गिरफ्तारी की सूचना सबसे पहले डीडी न्यूज मलयालम ने प्रसारित की। चैनल के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल के अनुसार: विल्सन नाम के एक आरोपी की गिरफ्तारी हुई है। साथ ही दो संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। लेकिन, संदिग्धों के नाम का कहीं कोई जिक्र नहीं है।
अब इन दो संदिग्धों का जिक्र आने पर सोशल मीडिया में दो ​लोगों की गिरफ्तारी की सूचना प्रसारित होने लगी, जिससे देश में बेवजह नफरत की आग जलने लग गई है। निष्कर्ष के तौर पर हम बताना चाहेंगे कि केरल में हुई हथिनी की कथित हत्या के मामले में मो. अमजत अलि और थमीम शेख नाम के दो लोगों की गिरफ्तारी नहीं हुई है। ऐसे नाम के कोई भी लोग उस क्षेत्र तक में नही हैं। यह वायरल ख़बर पूरी तरह अफवाह है।

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