सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
जिला स्तरीय वनाग्नि सुरक्षा समिति की बैठक में वनाग्नि काल 2022 की चुनौतियों को लेकर चर्चा हुई। वनाग्नि दुर्घटनाओं को रोकने को लेकर ग्रामीणों को जागरूक करने का निर्णय लिया गया।
जिला कार्यालय सभागार पर आयोजित बैठक की अध्यक्षता डीएम विनीत कुमार ने की। वनाग्नि सुरक्षा योजना के उद्देश्य, दावाग्नि के प्रकार, इसके कारण, वन अग्नि दुर्घटना के दुष्परिणाम व नियंत्रण के उपाय, चुनौतियों पर चर्चा हुई। कहा कि वनाग्नि रोकने के लिए ग्रामीणों की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। ऐसे इच्छुक लोगों को चिह्नित किया जा सकता है। उन्हें वनाग्नि बचाव और रोकथाम का प्रशिक्षण दिया जा सकता है। आम आदमी क्षेत्र में लगने वाली वनाग्नि की सूचना वन विभाग या कंट्रोल रूम को समय से पहुंचा सकें। इसके लिए अति संवेदनशील स्थलों पर वन विभाग एवं कंट्रोल रूम के नंबरों का प्रचार-प्रसार किया जाए। ऊर्जा निगम को पेड़ों की लापिंग करने, वन विभाग को प्रत्येक वनाग्नि की घटना की रिपोर्टिंग, वनाग्नि घटनाओं की मैपिंग करने के निर्देश दिए। उन्होंने क्रू-स्टेशनों का रखरवाव उचित ढंग से करने, कंट्रोल रूम में वनाग्नि की सूचना समय से आने पर सतर्कता के निर्देश दिए। प्रभागीय वनाधिकारी हिमांशु बागरी ने अग्नि सुरक्षा योजना के उद्देश्य बताए। बैठक में पुलिस अधीक्षक अमित श्रीवास्तव, मुख्य विकास अधिकारी डीडी पंत, परियोजना निदेशक संजय सिंह, उपजिलाधिकारी बागेश्वर हरगिरि आदि मौजूद थे।