लोकतांत्रिक व्यवस्था खत्म करने पर तुली है भाजपा सरकारः नेता प्रतिपक्ष
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वरः कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन मेहरा ने कहा कि प्रदेश में आज विचारधारा की लड़ाई लड़ रही है। उन्होंने कार्यकर्त्ताओं से नेताओं के साथ नहीं बल्कि पार्टी विचारधारा के साथ चलने का आह्वान किया। यह भी स्पष्ट किया कि आगामी उपचुनाव बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, हत्या, बेटियों की अस्मिता के मुद्दों को लेकर लड़ा जाएगा। प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष एवं नेता प्रतिपक्ष के आज यहां पहुंचने पर पार्टीजनों ने उनका भव्य स्वागत किया और सभा की।
सभा में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि भाजपा सरकार में महंगाई चरम पर है। रोजगार के नाम पर भ्रष्टाचार की खुली लूट चल रही है। इसके खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ताओं आवाज उठानी होगी। उन्होंने कहा कि सरकार जनता व जनहित के मुद्दे उठाने पर उनके खिलाफ मुकदमे दर्ज कर रही है। जबकि देश के लिए मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों के साथ दुष्कर्म कर उन्हें सड़को पर पीटा जा रहा है। उसके लिए सरकार अपने सांसद पर कार्यवाही करने की जगह खिलाड़ियों पर दबाब बनाया जा रहा है। भाजपा के सत्ता में आते ही राशन, मिट्टी तेल, चीनी गायब है, लेकिन गली-गली में शराब की दुकानें खोली जा रही है।
वही नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा की भाजपा सरकार को गरीबी, मंहगाई और बेरोजगारी से कोई मतलब नहीं है। भाजपा सरकार देश को तोड़ने की सोच रखती है। लोकतांत्रिक व्यवस्था को खत्म करने पर तुली है। आज गलत को गलत कहने वालों को जेल में डाला जा रहा है। देश को धर्म जाति के आधार पर बाटने का काम किया जा रहा है। अच्छे दिन के नारे देने वाली सरकार आज अच्छे दिन के नाम पर गरीबों को खत्म करने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज देश गंभीर चुनौती से गुजर रहा है। प्रजातंत्र के नाम पर खुली लूट मची हुई है।
विकास के दावे करने वाली सरकार देश के सरकारी संस्थाओं को बेचने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के युवाओं का एक मात्र सपना सेना में भर्ती होना था। जिसे भी भाजपा ने खत्म कर दिया। जिसके खिलाफ कांग्रेस आंदोलन रत है। इस मौके पर पूर्व विधायक ललित फर्स्वाण, अनुसूचित मोर्चे के प्रदेश अध्यक्ष दर्शन लाल, पूर्व दर्जा मंत्री राजेन्द्र टंगड़िया, गोविंद बिष्ट, लोकमणि पाठक, रणजीत दास, सुनील भंडारी, नवल टम्टा, नंदी भंडारी, गिरीश कोरंगा, दीपक गड़िया, केवल जोशी, गोकुल परिहार, भुवन पाठक, दीपक काण्डपाल, हरीश धपोला, कवि जोशी, सुनील पांडेय, किशन कठायत, ललित बिष्ट आदि मौजूद थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता भगत डसीला व संचालन गोपा धपोला ने किया।