डीएम अनुराधा ने कपकोट के संवेदनशील क्षेत्रों का लिया जायजा
बाढ़ सुरक्षा कार्यों का निरीक्षण, जरूरी निर्देश दिए
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वरः जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने कपकोट क्षेत्र का भ्रमण करते हुए भूस्खलन की रोकथाम के लिए लोक निर्माण विभाग व सिंचाई विभाग के सुरक्षात्मक कार्यांे तथा आपदा न्यूनीकरण के बाढ़ सुरक्षा प्रस्तावित कार्यांे का संबंधित अधिकारियों के साथ स्थलीय जायजा लिया। तीन क्षतिग्रस्त सड़कों का निर्माण के लिए निविदा कराने के निर्देश लोनिवि को दिए। दीर्घकालीन ट्रीटमैंट के प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए।
मालूम हो कि गत वर्ष बरसात में मुनार में किमी 15, 16, 17 व 18 में सड़क वॉस आउट हो गई थी, लोनिवि द्वारा आपदा मद से तात्कालिक कार्य कर सड़क बनाकर यातायात सुचारू कर दिया गया था, मगर उसके दीर्घकालीन ट्रीटमेंट कार्य राज्य आपदा न्यूनीकरण मद में प्रस्तावित करने के निर्देश जिलाधिकारी द्वारा दिए गए थे, जिसका लोनिवि द्वारा 276 लाख का डीपीआर प्रस्ताव बनाकर प्रस्तुत किया गया। स्थलीय निरीक्षण करते हुए जिलाधिकारी ने किए गए कार्याे का जायजा लिया व न्यूनीकरण कार्याे को गुणवत्ता के साथ पूर्ण करने के निर्देश दिए। इसी तरह हरसिंगयाबगड सड़क किमी दो में वास आउट हो गई थी, जिसे सड़क के अपर स्ट्रीम मे काट कर यातायात सुचारू कर दिया गया था, मगर सड़क का स्थाई ट्रीटमेंट कार्य अनिवार्य था, इसलिए लोनिवि द्वारा सड़क का स्थाई ट्रीटमेंट कार्य 155 लाख का डीपीआर बनाई।
इसके अलावा गत बरसात में आसों-बसकूना के बादल फटने से डणू गधेरे में बाढ़ ने तांडव मचाया था, जिससे असों-बसकूना सड़क व दो पुलों के अपार्टमेंट ध्वस्त हो गए। इसके बाद स्थाई ट्रीटमेंट कार्याें का 276 लाख की डीपीआर व प्रस्ताव लोनिवि द्वारा आपदा मद में भेजा गया। निरीक्षण के बाद डीएम ने तीनों कार्यों का टैंडर लगाने के निर्देश अधिशासी अभियंता लोनिवि को दिए हैं। साथ ही कार्याे की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने फालदा गधेरे में सिंचाई विभाग द्वारा भू-कटाव को रोकने के लिए किये जा रहे कार्याे का निरीक्षण किया। साथ ही गधेरे में भू-कटाव रोकने के लिए राज्य आपदा न्यूनीकरण मद में प्रस्तावित 103 लाख के कार्याें का जायजा लिया। जिलाधिकारी ने निरीक्षण दौरान गांव के भू-कटाव को पूर्णतया रोकने के लिए कार्य कराने के निर्देश दिए। इसके उपरांत जिलाधिकारी ने सिंचाई विभाग द्वारा भराड़ी बाजार के नीचे नदी में प्रस्तावित 42 लाख के कार्याे व बमसेरा गांव की सुरक्षा के लिए कुजगाडी नाले में 223 लाख के प्रस्तावित संरक्षण कार्याे का स्थलीय जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान ईई लोनिवि राजेश कुमार, सिंचाई पान सिंह बिष्ट, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल, तहसील देवेंद्र लोहनी आदि मौजूद रहे।