07 बार सर्वे, राष्ट्रीय प्रोजेक्ट में शामिल,​ फिर कहां गई रेल लाइन

👉 बागेश्वर-टनकपुर रेल मार्ग निर्माण संघर्ष समिति का तहसील परिसर में प्रदर्शन सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: बागेश्वर-टनकपुर रेल मार्ग निर्माण संघर्ष समिति ने तहसील परिसर में…

07 बार सर्वे, राष्ट्रीय प्रोजेक्ट में शामिल,​ फिर कहां गई रेल लाइन

👉 बागेश्वर-टनकपुर रेल मार्ग निर्माण संघर्ष समिति का तहसील परिसर में प्रदर्शन

सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: बागेश्वर-टनकपुर रेल मार्ग निर्माण संघर्ष समिति ने तहसील परिसर में प्रदर्शन किया। आंदोलनकारियों ने कहा कि सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण रेल लाइन का निर्माण अधर में लटका हुआ है। सर्वे के अलावा और कुछ नहीं हो रहा है। उन्होंने केंद्र सरकार से तत्काल सर्वे कराकर रेल मार्ग के निर्माण की मांग की। ऐसा नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी।

रेल लाइन संघर्ष समिति के अध्यक्ष नीमा दफौटी के नेतृत्व में लोग तहसील परिसर में एकत्र हुए।उन्होंने यहां नारेबाजी के साथ प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि सन् 1882 में सबसे पहले इस मार्ग की सर्वे हुई। उसके बाद 1912, 1980, 2006, 2008, 2009 तथा 2012 में सर्वे हो चुकी है। इसके अलावा इस मांग को केंद्र सरकार ने पहले ही राष्ट्रीय प्रोजक्ट में भी शामिल कर दिया है। रेल आने से ही जिले का विकास होगा। पर्यटन से लेकर अन्य गतिविधियां बढ़ेगी। क्षेत्र का विकास होगा। इस दौरान प्रताप सिंह गड़िया, चंद्रा उपाध्याय, हयात सिंह मेहता, कैलाश जोशी, रमेश पर्वतीय, सरस्वती देवी, बंशीधर जोशी, विक्रम देवड़ी, हेमलता, संजना, पूनम जोशी आदि मौजूद थे।

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