श्रीलंका : प्रदर्शनकारियों का राष्ट्रपति भवन पर कब्जा, राष्ट्रपति परिवार सहित भागे

सीएनई ​डेस्क लंबे समय से आर्थिक मंदी की मार झेल रहे श्रीलंका में अब हालात बदतर हो चुके हैं। अलाम यह है कि प्रदर्शनकारियों के…

सीएनई ​डेस्क

लंबे समय से आर्थिक मंदी की मार झेल रहे श्रीलंका में अब हालात बदतर हो चुके हैं। अलाम यह है कि प्रदर्शनकारियों के हौंसलों के आगे सेना और पुलिस भी बेबस दिखाई दे रही है। सूचना यह है कि प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति भवन पर कब्जा कर लिया है और राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे परिवार सहित अपना आवास छोड़कर चले गये हैं।

उल्लेखनीय है कि श्रीलंका में लगातार बढ़ रही महंगाई के चलते आर्थिक मंदी छा गयी है। कुछ धार्मिक नेता भी आंदोलन को हवा दे रहे हैं। जिस कारण जनता बेकाबू हो चुकी है। सरकारी संपत्ति को काफी नुकसान पहुंचाया जा चुका है। हर तरफ प्रदर्शनों की होड़ मची हुई है।

ज्ञात रहे कि गत 10 मई को सत्ताधारी पार्टी के एक सांसद ने भीड़ द्वारा घेरे जाने के बाद खुद पर गोली चला आत्महत्या कर ली थी। सांसद Amarakeerthi Athukorala की कार को प्रदर्शनकारियों ने एक जगह घेर लिया था। लोगों का आरोप था कि उनकी कार से प्रदर्शनकारियों पर फायरिंग हुई है, जिसके बाद भीड़ बेकाबू हो गई थी। वहां से सांसद भाग कर एक ​इमारत में छुप गये थे। जब भीड़ ने पूरी इमारत को घेर लिया तो भागने का कोई रास्ता नहीं पाकर सांसन ने अपनी ही रिवाल्वर से खुद को गोली मार ली थी।

बता दें कि श्रीलंका में प्रदर्शनकारी लगातार सिंहली भाषा में गोटा—गो—गामा के नारे लगा रहे हैं। जिसका स्थानीय भाषा में अर्थ यह है कि राष्ट्रपति अपने गांव जाओ। श्रीलंका में फिलहाल सेना और पुलिस हवाई अड्डों और पेट्रोल पंप की निगरानी कर रही है। अंदेशा है कि प्रदर्शनकारी इन स्थानों पर हमला कर सकते हैं। दंगों के चलते सब कुछ तबाह होता जा रहा है। स्कूल, कालेज, अस्पताल सब बंद हैं और लोग अपने घरों में दुबके हैं। अधिकांश लोगों के पास अब गैस नहीं है और लकड़ियों में घर का चूल्हा जल रहा है। वहां मई में जो महंगाई 39.1% थी, वो जून में बढ़कर 54.6% हो गई है। अगर सिर्फ खाद्य महंगाई को देखें तो मई में जो 57.4% थी, वो जून में बढ़कर 80.1% हो गई है। स्वतंत्रता के बाद से सबसे बड़ा आर्थिक संकट श्रीलंका में दिखाई दे रहा है।

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