बाप रे ! यहां आबादी में घुस आया साढ़े सोलह फीट लंबा किंग कोबरा, फिर क्या हुआ..

सीएनई रिपोर्टर, रामनगर
रामनगर में वन विभाग की टीम ने एक साढ़े सोलह फीट लंबे कोबरा सांप को एक आबादी वाले क्षेत्र से रेस्क्यू किया है। स्थानीय बुजुर्ग निवासियों का कहना है कि उन्होंने अपने पूरे जीवन में आज तक इतना लंबा कोबरा सांप नहीं देखा है। वन कर्मी भी इस सांप को देख कर हैरान हैं।

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मिली जानकारी के अनुसार सिमलखलिया गांव में बीती रात अचानक एक विशालकाय सांप किंग कोबरा घुस आया। इतना विशाल सांप देख ग्रामीणों के होश फख्ता हो गये और आनन—फानन में वन विभाग को सूचित किया गया। सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और सांप को पकड़ने के लिए रेस्क्यू अभियान चलाया गया। काफी मशक्कत के बाद देर रात विभाग के चंद्रसेन कश्यप ने इस विशालकाय कोबरा को पकड़ने में कामयाबी हासिल की और उसे दूरस्त वन क्षेत्र में सुरक्षित छोड़ दिया गया, तब कहीं जाकर लोगों ने राहत की सांस ली। खबरें वही जो समय पर मिले, तो जुड़िये हमारे WhatsApp Group से Click Now
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वन विभाग के अनुसार सम्भवत: बिल में बारिश का पानी भर जाने से यह सांप बाहर निकल आया और आबादी वाले इलाके की ओर चला गया। उन्होंने कहा कि यह इलाका कॉर्बेट नेशनल पार्क से लगा हुआ है। सघन वनों में अमूमन काफी लंबे सांप प्राकृतिक आबोहवा में पलते हैं। हालांकि इतना लंबा किंग कोबरा यदा—कदा ही देखा जाता है।

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यहां उल्लेखनीय है कि किंग कोबरा संसार का सबसे लम्बा विषधर सांप है। इसकी लम्बाई 5.6 मीटर तक होती है। सांपों की यह प्रजाति दक्षिणपूर्व एशिया एवं भारत के कुछ भागों में खूब पायी जाती है। एशिया के सांपों में यह सर्वाधिक खतरनाक सापों में से एक है। यह 20 फिट तक लंबे देखे गये हैं। इस सांप को कुछ लोग धार्मिक दृष्टिकोण से देखते हुए नाग देवता की संज्ञा देते हैं और इसे मारते नहीं हैं।
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हालांकि कोबरा सर्प भी अधिकांश सर्पों की तरह अकारण किसी इंसान पर हमला नहीं करते हैं। केवल खतरा महसूस होने अथवा गलती से किसी का पांव इन पर पड़ जाये तो यह अपनी आत्मरक्षा में डस लिया करते हैं। रामनगर के वन क्षेत्रों में भी यह काफी संख्या में पाये जाते हैं। उत्तराखंड के पर्वतीय भू—भागों में भी इनकी अच्छी—खासी तादाद है।