- पानी से लबालब धरनास्थल पर बैठ रात पर चला नारेबाजी का क्रम
- भारी बारिश के बावजूद डायट डीएलएड प्रशिक्षितों का हौंसला कम नही हुआ
सीएनई रिपोर्टर
रात्रि में जहां सब लोग अपने अपने घरों में आराम कर रहे थे, वहीं दूसरी ओर मूसलाधार बारिश में भी शिक्षा निदेशालय नानूरखेड़ा नियुक्ति के नारों से गूंज रहा था। भारी बारिश के चलते शिक्षा निदेशालय में हर तरफ पानी भर गया, पर डायट डीएलएड प्रशिक्षित धरने पर डटे रहे। धरना स्थल पर धूप व बारिश से बचाव हेतु टेंट लगाया हुआ था जो रात की तेज बारिश के आगे नहीं टिक सका। पानी पानी हो चुके धरनास्थल में जहां खड़े होने की जगह नहीं बची थी, वहां उसी पानी मे बैठकर प्रशिक्षित रात भर नारेबाजी करते रहे। प्रशिक्षितों का कहना था कि बेरोजगारी से बड़ी न ही कोई आपदा है और ना ही कोई जिल्लत।
ज्ञात रहे कि डायट डीएलएड प्रशिक्षित वर्ष 2019 में विभाग द्वारा कराए जाने वाला 2 वर्ष का प्रशिक्षण प्राप्त कर नौकरी की मांग को लेकर हर अधिकारी व मंत्री के पास गुहार लगाते रहे हैं। प्रशिक्षितों का कहना है कि उन्हें हर तरफ से झूठे आश्वासन के सिवाय कुछ हासिल नहीं हुआ। थके—हारे प्रशिक्षुओं ने अक्टूबर 2020 में धरना देकर प्राथमिक शिक्षक भर्ती निकलवाई। भर्ती निकलने के इतने महीने बाद भी जब सरकार व विभाग द्वारा कोई सुध नहीं ली गयी तो पुनः कोरोना जैसी महामारी में डायट डीएलएड प्रशिक्षितों को धरना प्रदर्शन करने पर मजबूर होना पड़ा।
प्रदेश सचिव हिमांशु जोशी ने कहा कि यदि जल्दी मांग को नहीं माना गया तो धरना और उग्र होगा। धरना नीति स्पष्ट करते हुए उन्होंने बताया कि कल डायट संघ अपने बैनर तले पूरे संख्याबल के साथ विधानसभा कूच करेगा। उनकी एक ही मांग है कि कोर्ट में दायर वाद की पैरवी महाधिवक्ता द्वारा की जाए ताकि उच्च न्यायालय में लंबित प्राथमिक शिक्षक भर्ती संबंधित समस्त वादों का शीघ्र निस्तारण हो सके। यदि वादों का शीघ्र निस्तारण नहीं हुआ तो डायट संघ भूख हड़ताल करने पर मजबूर होगा और इसका पूर्ण जिम्मा शासन व प्रशासन के ऊपर होगा।
डायट प्रशिक्षित प्रकाश रानी ने कहा कि ”हम विभाग के सताए हुए हैं तभी यहां पर आने को मजबूर हुए हैं और हम तब तक धरनास्थल से नहीं उठेंगे जब तक सरकार हमारी मांग स्वीकार नहीं कर लेती।” संघ के मुख्य सलाहकार नवीन कंडियाल ने कोरोना महामारी की याद दिलाते हुए कहा कि सभी प्रशिक्षित अपने स्वास्थ्य की परवाह किये बिना धरनास्थल पर डटे हुए हैं। क्रमिक अनशन पर आज गणेश चन्द्र, अमित अग्रवाल, मुकेश टम्टा और अंकुश शाह बैठे।