— नावली से अनूप सिंह जीना की रिपोर्ट —
यहां नावली के पास गत दिवस शनिवार को कोसी नदी में डूबने के बाद से लापता हुए युवक का कुछ पता नही चल सका है। रविवार को भी लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। एसडीआरएफ, राजस्व तथा पुलिस प्रशासन मौके पर डटा हुआ है। वहीं मौके पर लगातार मौजूद युवक के पिता के आंसू नही थम रहे।
उल्लेखनीय है कि गत दिवस शनिवार को बरेली रोड, हल्दूचौड़, हल्द्वानी से रोहिताश 25 साल तथा उसका भाई सौरभ पुत्र प्रकाश चंद्र, जगतपाल शर्मा पुत्र प्रेम प्रकाश तथा सूरज पुत्र गंगाराम अपनी कार से पिकनिक मनाने नावली क्षेत्र पहुंचे। यहां सड़क से नीचे कोसी नदी में वह नहाने चले आए। चारों लड़के जब नदी में नहा रहे थे तब अचानक रोहिताश गहरे पानी में डूब गया। इसके बाद से वह लापता है। गत दिवस भी देर शाम तक युवक की तलाश जारी थी। रात के वक्त रेस्क्यू ऑपरेशन रोक दिया गया था, जो आज सुबह से पुन: शुरू हो गया है। इधर तहसीलदार बरखा जलाल, राजस्व निरीक्षक भुवन भंडारी, राजस्व उप निरीक्षक पवन ध्यानी, खैरना चौकी के कानि हर्षवर्धन, शंकर नेगी, नैनीताल से आये प्रदीप त्यागी आदि मौजूद हैं। ताजा खबरों के लिए WhatsApp Group को जॉइन करें 👉 Click Now 👈
रोहिताश के विवाह की सोच रहे थे परिजन, पर हो गया यह हादसा
नदी में डूबने के बाद से लापता हुए रोहिताश के पिता प्रकाश चंद्र नैनीताल के एक प्राइवेट स्कूल में शिक्षक हैं। वह घटनास्थल पर ही मौजूद हैं। उन्होंने बताया कि उनका बेटा बचपन से ही बहुत होनहार रहा है। वह नैनीताल का पढ़ा है तथा एक अच्छा आर्टिस्ट भी है। दिल्ली में वह नौकरी करता था, लॉकडाउन की वजह से घर आया था और वापस जाने वाला था। दो साल पहले ही उसका उन्होंने यज्ञोपवित संस्कार संपन्न कराया था और अब उसके विवाह की सोच रहे थे, लेकिन यह हादसा हो गया।
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भीमताल जाने की बात कहकर निकले थे युवक, अनहोनी खींच लाई नावली
लापता युवक के पिता ने बताया कि उनके दोनों बेटों ने भीमताल जाने की बात कही थी। चूंकि लॉकडाउन की वजह से रेस्टोरंट बंद था अतएव उन्होंने बेटों को दोस्तों सहित भीमताल जाने की इजाजत दे दी। पता नही यह लोग भीमताल की बजाए नावली क्यों आ गये, यह उनके पिता भी नही समझ पा रहे हैं। शायद अनहोनी घटना ही रोहिताश को यहां खींच लाई थी।
बंद होंगे नदी को जाने वाले पैदल मार्ग : तहसीलदार
तहसीलदार बरखा जलाल ने कहा कि यह इलाका डेंजर जोन के अंतर्गत शामिल है। यहां नदी में उतरना खतरे से खाली नही है। उन्होंने बताया कि प्रशासन ने फैसला लिया है कि मुख्य सड़क मार्ग से नदी में उतरने वाले सभी रास्तों को पूरी तरह बंद कर दिया जायेगा, ताकि कोई भी व्यक्ति इस नदी के इस खतरनाक इलाके में प्रवेश नही कर सके।
स्थानीय गोताखोरों को नही मिली तलाशी की इजाजत
लापता युवक को ढूंढने की मुख्य जिम्मेदारी एसडीआरएफ की टीम उठा रही है। उनके द्वारा लगातार नाव में बैठकर युवक की तलाश की जा रही है, लेकिन स्थानीय लोगों का आरोप है कि नैनीताल से आई टीम के बजाए लोकल के गोताखोरों को नदी में डुबकी लगाने की इजाजत दी जानी चाहिए। स्थानीय गोताखोरों का भी कहना है कि प्रशासन उन्हें अगर अनुमति दे तो वह नदी के गहरे तल पर उतर कर अपना अभियान चला सकते हैं। जबकि एसडीआरएफ व प्रशासन किसी भी स्तर पर उन्हें अनुमति देने को तैयार नही दिख रहा है। ताजा खबरों के लिए WhatsApp Group को जॉइन करें 👉 Click Now 👈
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