👉 छात्रसंघ ने अतिक्रमणकारियों के खिलाफ खोला मोर्चा
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वरः कपकोट महाविद्यालय की भूमि पर अतिक्रमण को लेकर छात्रसंघ में आक्रोश है। शिकायत पर राजस्व विभाग की टीम ने भूमि का मिलान किया। भूमि की स्थिति आदि के बारे में कालेज प्रशासन को अवगत कराया। महाविद्यालय में भूमि विवाद लंबे समय से चल रहा है। अतिक्रमणकारियों के विरुद्ध कार्रवाई नहीं होने की दशा में छात्रों ने उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
मंगलवार को राजस्व विभाग की टीम अतिक्रमण और भूमि विवाद की जांच को महाविद्यालय परिसर पर पहुंची। प्राचार्य डा. बीसी तिवारी ने कहा कि 2016 में महाविद्यालय को भूमि हस्तांरित हुई। उच्च शिक्षा के नाम पर 1.66 हेक्टेयर भूमि की धनराशि सरकार से आवंटित की गई। छात्रसंघ अध्यक्ष रजनी कुंवर ने कहा कि भूमि महाविद्यालय के नाम पर दर्ज नहीं हो सकी है। अन्य विभाग महाविद्यालय प्रांगण पर अपना-अपना कब्जा कर रहे हैं। उनके पास कोई भूमि संबंधित कागजात नहीं हैं। सैद्धांतिक स्वीकृति भी नहीं है। जिसके कारण महाविद्यालय परिसर पर अराजक तत्वों का अड्डा बना हुआ है।
छात्र नेताओं ने कहा कि महाविद्यालय की भूमि पर अतिक्रमण किया जा रहा है। यह गैर कानूनी है। कहा कि महाविद्यालय छात्रा बाहुल्य है। अराजक तत्वों का आना-जाना गंभीर है। कहा कि यदि प्रशासन का रवैया महाविद्यालय के प्रति लापरवाह रहा तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। इस दौरान कमलेश गढिया, सुंदर गढ़िया, पवन बिष्ट, प्रो. मुन्ना जोशी सहित राजस्व विभाग की टीम उपस्थित थीं। इधर, उपजिलाधिकारी मोनिका ने कहा कि मामले की गहनता से जांच की जा रही है।