जन शिकायतों का त्वरित निस्तारण प्राथमिकताः विनीत तोमर

अल्मोड़ा के नये डीएम की परिचयात्मक वार्तासरकारी भूमि से अवैध अतिक्रमण हटाए जाएंगेआपदा प्रबंधन को बेहद सुदृढ़ बनाया जाएगा सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ाः मानसून सत्र में…

जन शिकायतों का त्वरित निस्तारण प्राथमिकताः विनीत तोमर

अल्मोड़ा के नये डीएम की परिचयात्मक वार्ता
सरकारी भूमि से अवैध अतिक्रमण हटाए जाएंगे
आपदा प्रबंधन को बेहद सुदृढ़ बनाया जाएगा

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ाः मानसून सत्र में किसी भी आपदा से निपटने के लिए पुख्ता तैयारी प्राथमिकता में है। इसके लिए अधिकारियों को सतर्क कर दिया गया है। सरकारी भूमि में अतिक्रमण की जांच की जाएगी और अवैध अतिक्रमण हटाए जाएंगे। साथ ही जन शिकायतों का त्वरित निस्तारण करवाया जाएगा।

यह बात जिले के नवागंतुक जिलाधिकारी विनीत तोमर ने कही है। श्री तोमर गत शुक्रवार को अपने कार्यालय में पत्रकारों से परिचयात्मक वार्ता कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि 15 जून से मानसून सत्र शुरू हो जाता है। इसलिए अभी पहली प्राथमिकता मानसून सत्र में संभावित आपदा से निपटने की तैयारी है। इसके लिए आपदा प्रबंधन को सुदृढ़ किया जा रहा है और आपदा से निपटने के लिए सभी इंतजाम पुख्ता किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस संबंध में अधिकारियों की बैठक लेकर उन्हें सतर्क कर दिया गया है और तत्संबंधी दिशा-निर्देश दिए गए हैं। साथ ही आपसी तालमेल से कार्य करने के सख्त निर्देश दिए हैं।

उन्होंने कहा कि जिले के द्वाराहाट व लमगड़ा क्षेत्र समेत कुछ हिस्सों से पेयजल संकट की समस्या सामने आ रही है। इसके लिए जल संस्थान को आगाह कर दिया है कि जहां जल संकट है, वहां पेयजल टैंकर बढ़ाए जाएं। उन्होंने कहा कि जिले में जो भी पुरानी व्यवस्था सफल रही है, तो उसे हटाया नहीं जाएगा बल्कि बेहतर बनाया जाएगा। सरकारी भूमि पर अतिक्रमण के मसले पर डीएम बोले कि अतिक्रमण हटाना सरकार की प्राथमिकता है, इस पर जिले में भी प्रभावी तौर पर काम किया जाएगा। अगर किसी भी सरकारी भूमि पर कोई अतिक्रमण जांच में पाया जाता है, तो उसके हटाया जाएगा और ऐसा सुनिश्चित किया जाएगा कि भविष्य में सरकारी भूमि में कोई अतिक्रमण नहीं हो सके। उन्होंने कहा कि जन शिकायतों का त्वरित निस्तारण प्राथमिकता रहेगी।
कई दायित्व निभा चुके हैं विनीत तोमर

परिचयात्मक वार्ता में डीएम विनीत तोमर ने बताया कि वे वर्ष 2014 में प्रशासनिक सेवा में आए। इससे पहले वह दो अन्य सेवाएं कर चुके हैं। जिसमें नागपुर व चेन्नई में इंजीनियरिंग सेवा में रह चुके हैं और इससे भी पहले ओएनजीसी में आसाम में सेवा दे चुके हैं। प्रशासनिक सेवा में आने के बाद प्रशिक्षण के दौरान देहरादून में रहे और प्रशिक्षण के दौरान बीडीओ डोईवाला, एसडीएम ऋषिकेश का दायित्व संभाला। इसके बाद उनकी प्रथम रेगुलर नियुक्ति भारत सरकार में तीन महीने के लिए हुई थी। तत्पश्चात राज्य में आने के बाद एसडीएम लैंसडान, एसडीएम काशीपुर, सीडीओ हरिद्वार, डीएम चंपावत रहे। इसके बाद केएमवीएन के एमडी का दायित्व संभाला, जहां अब जिलाधिकारी अल्मोड़ा की जिम्मेदारी उन्हें मिली है।


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *