अल्मोड़ा : गर्भवती की मौत पर जनता मांग रही इंसाफ़, जिला अस्पताल में दूसरे दिन भी धरना रहा जारी
अल्मोड़ा। जिला अस्पताल में उपचार के दौरान हुई गर्भवती महिला की मौत की जांच व पीड़ित परिवार को दस लाख रूपये की आर्थिक मदद दिलाने की मांग को लेकर युवा जन संघर्ष मंच के बैनर तले नागरिकों का यहां जिला अस्पताल में धरना दूसरे दिन भी जारी रहा।
मंच के संयोजक मनोज बिष्ट (भय्यू) के नेतृत्व में चल रहे धरने में आज वक्ताओं ने पीड़ित परिवार को इंसाफ दिलाने की मांग दोहराई। उन्होंने कहा कि मांग माने जाने तक आंदोलन जारी रहेगा। मनोज बिष्ट ने कहा कि उनका मुख्यमंत्री से यह आग्रह है कि इस मामले की जल्द से जल्द जांच कराई जाये, क्योंकि लापरवाही के चलते महिला व उसके पेट में पल रहे 5 माह के बच्चे की असमय मौत हुई है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री व जिला प्रशासन के रवैए से यह लगता है कि उन्हें इस घटनाक्रम की कोई सुध नहीं है और न ही किसी नेता, मंत्री, विधायक को किसी प्रकार का कोई सरोकार है। मनोज बिष्ट ने दो टूक शब्दों में माननीय मुख्यमंत्री व जिला प्रशासन को चेतावनी देते हुए यह कहा है कि यदि इनके द्वारा जल्द पीड़िता के परिवार को न्याय नही दिलाया गया तो वह जनता को साथ लेकर उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे। आज द्वितीय दिवस के धरने में पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष अमर बिष्ट, महेंद्र सिंह रावत, प्रदीप बिष्ट, मोहन देवली, एडवोकेट कृष्णा गोस्वामी, मनोज टम्टा, सुमिता, कलीमुल्लाह कुरेशी, आशीष जोशी, धीरेंद्र सिंह, एहसान खान, अखिलेश टम्टा, दिलजीत सिंह, फैजान खान, शिवराज महल, पूर्व सैनिक जीवन सिंह, जीशान खान, आशुतोष पवार, सिमरजीत सिंह, मोहित मिश्रा, पवन नेगी, चंद्रशेखर भट्ट, महेश प्रसाद, शिव मंगल पांडे, उक्रांद के गिरीश नाथ गोस्वामी, जानकी आर्य, उमेश कुमार, राजेंद्र बिष्ट, कार्तिक आर्या, संजय बिष्ट, जीएस मेहरा, जगदीश प्रकाश, नरेंद्र रौतेला आदि मौजूद थे।