राष्ट्रपति पुलिस पदक विजेता पुरुषोत्तम पाटनी का लंबी बीमारी के बाद निधन
शुक्रवार सुबह चित्रशिला में होगा अंतिम संस्कार

सीएनई रिपोर्टर, हलद्वानी। नगर के काठगोदाम निवासी सेना में विशिष्ट सेवा के लिए सम्मानित सेवानिवृत्त कमांडेंट (एसएसबी) पुरुषोत्तम पIटनी का लंबी बीमारी के बाद दिल्ली के शालीमार बाग स्थित फोर्टिस अस्पताल में निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार शुक्रवार को 9 बजे चित्रशिला घाट रानीबाग किया जाएगा।
पुरुषोत्तम पIटनी को वर्ष 1993 में राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया गया था और उन्होंने भारतीय सेना में अपनी सक्रिय सेवा के दौरान कई प्रतिष्ठित सम्मान प्राप्त किए थे। वे वर्ष 1970 में सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) में शामिल हुए और पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, रानीखेत, ग्वालदम, धारमपुर, तेजू और हाफलॉन्ग में विभिन्न पदों पर अपनी सेवाएं दीं।
इससे पहले, उन्होंने भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून से 1961 में पास आउट होकर सेना में इमरजेंसी कमीशन ऑफिसर (ECO) के रूप में नियुक्ति प्राप्त की थी। वह 2/3 गोरखा राइफल्स में एक अधिकारी के रूप में शामिल हुए और 1962 के भारत-चीन युद्ध और 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में हिस्सा लिया।
एसएसबी में अधिकारी रहते हुए उन्होंने 1971 के बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के दौरान ‘मुक्ति वाहिनी’ के प्रशिक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और उनकी सेवाओं के लिए उन्हें ‘पूर्वी स्टार’ से सम्मानित किया गया। उन्होंने 1969 में कैप्टन के पद से सेना से सेवानिवृत्ति ली और असम राइफल्स में एक संक्षिप्त अवधि तक सेवा देने के बाद 1970 में एसएसबी में शामिल हो गए। श्री पIटनी अपने पीछे पुत्र अभिषेक पIटनी (वरिष्ठ पत्रकार), पुत्री दिया पIटनी सिंह और पत्नी प्रोफेसर लीला पIटनी को छोड़ गए हैं।