बड़ी ख़बर : घोड़ानाला नदी में बहाया जा रहा सेंचुरी पेपर मिल का जहरीला केमिकल, एक लाख की आबादी प्रभावित, तराई-भाबर बचाओ संघर्ष समिति ने सीएम से की शिकायत, यह हैं प्रमुख मांगें…..

सीएनई रिपोर्टर, मुकेश कुमार लालकुआं। लालकुआं स्थित सेंचुरी पल्प एंड पेपर मिल से निकल रहे जहरीले प्रदूषण से बिंदुखत्ता बरेली रोड—शांतिपुरी के बीच एक लाख…

सीएनई रिपोर्टर, मुकेश कुमार

लालकुआं। लालकुआं स्थित सेंचुरी पल्प एंड पेपर मिल से निकल रहे जहरीले प्रदूषण से बिंदुखत्ता बरेली रोड—शांतिपुरी के बीच एक लाख की आबादी प्रभावित हो रही है। आरोप है कि यहां स्थित घोड़ानाला नदी में मिल का जहरीला केमिकल बहाया जा रहा है, जिससे फैल रहे प्रदूषण व जानलेवा बीमारियों से बहुत से लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और बड़ी संख्या में लोग बीमार पड़ गये हैं। यह आरोप तराई भाबर बचाओ संघर्ष समिति की ओर से लगाते हुए सीएम पुष्कर सिंह धामी को एक ज्ञापन सौंपा गया है।

ज्ञापन में समिति के अध्यक्ष रमेश चंद्र पलड़िया के नेतृत्व में गत दिनों सीएम को पदाधिकारियों के एक शिष्टमंडल ने पेपर मिल से प्रभावित जनता की पीड़ा रखी है। जिसमें कहा गया है कि कि लालकुआं स्थित सेंचुरी पेपर मिल अपना जहरीला केमिकल घोड़ानाला में बहा रही है। जिसकी वजह से क्षेत्र में जल प्रदूषण बढ़ गया है तथा हैंडपंप में केमिकल निकल रहा है। इसके अलावा जानवरों के दूध में भी केमिकल की बू गई है तथा लोगों को कई तरह की बीमारियों से जूझना पड़ रहा है। अपना उपचार कराने में इन लोगों को हजारों लाखों रुपए खर्च करने पड़ रहे हैं, लेकिन घोड़ानाला में मिल द्वारा किसी भी तरह का कोई ट्रीटमेंट नहीं किया जा रहा है। जिससे वहां रहने वाली लाखों की आबदी गंभीर बीमारी की चपेट में आ रही है।

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उन्होंने आरोप लगाया कि वहीं इन लोगों के उपचार के लिए किसी भी तरह की कोई सुविधा लालकुआं सेंचुरी पेपर मिल द्वारा नहीं की गई है। संघर्ष समिति ने मांग रखी कि घोड़ानाला क्षेत्र में लालकुआं सेंचुरी पेपर मिल द्वारा एक अस्पताल शुरू किया जाना चाहिए। जिससे यहां की आबादी को उपचार मिल सके। इसके अलावा घोड़ानाला का पाईपीकरण किया जाना चाहिए ताकि यह भूमि में ना जा सके। समिति ने यह भी आरोप लगाया कि सेंचुरी पेपर मिल द्वारा कई दर्जनों हैंडपंप लगाकर भूजल का अनावश्यक दोहन किया जा रहा है। जिससे क्षेत्र के लोगों को पानी की समस्या का समाधान नहीं मिल पा रहा है। गर्मियों में तो लोगों के बीच पानी के लिए त्राहि-त्राहि मच जाती है।

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उन्होंने मांग की है कि सेंचुरी पेपर मिल को यहां के निवासियों के हर घर से एक व्यक्ति को कंपनी में रोजगार देना चाहिए। इसके अलावा यहां के एक पार्क का निर्माण भी किया जाना चाहिए। कई बार संघर्ष समिति में सेंचुरी पेपर मिल प्रबंधन को अपनी मांगों के समर्थन में ज्ञापन भी दिया, लेकिन सेंचुरी पेपर मिल अब तक कोई कार्रवाई नहीं कर पाई है। उन्होंने मुख्यमंत्री से जल्द ही ठोस कारवाई कि मांग है। जिस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उचित कारवाई का अश्वासन दिया है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि 15 रोज के भीतर पेपर मिल ने मांगों व समस्याओं का संज्ञान लेते हुए कोई कार्रवाई नही की तो आंदोलन का​ बिगुल फूंक दिया जायेगा।

इस मौके पर समिति के अध्यक्ष रमेश पलड़िया, उपाध्यक्ष उमेद राम, भुवन जोशी, धीरज पांडे, मुन्ना दसोनी, कमलेश दसीला, धीरज रावत ,वीरेंद्र बोरा, लखन मेहता, मनोहर सिंह रोहित आर्य समेत दर्जनों पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता मौजूद रहे। ताजा खबरों के लिए WhatsApp Group को जॉइन करें 👉 Click Now 👈

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