—राजकीय संग्रहालय अल्मोड़ा में छात्रों ने दीं रंगारंग प्रस्तुतियां
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
अंतर्राष्ट्रीय संग्रहालय दिवस के उपलक्ष्य में राजकीय संग्रहालय अल्मोड़ा में चल रहे ‘संग्रहालय की शक्ति’ नामक कार्यक्रम की श्रृंखला में आज रंगारंग प्रस्तुतियों के बीच इतिहासविद् प्रो.अनिल कुमार जोशी ने विस्तृत व्यख्यान देकर संग्रहालय की महत्ता समझाई।
पंडित गोविंद बल्लभ पंत राजकीय संग्रहालय अल्मोड़ा में अंतर्राष्ट्रीय संग्रहालय दिवस के उपलक्ष्य में 16 मई से 22 मई 2022 तक ‘संग्रहालय की शक्ति’ शीर्षक के साथ संग्रहालय सप्ताह मनाया जा रहा है। इसी सिलसिले में आज एसएसजे परिसर के निदेशक प्रो. अनिल कुमार जोशी संग्रहालय की शक्ति विषय पर व्याख्यान दिया। जिसमें प्रो. जोशी ने कहा कि जहां भी चीजें संग्रहीत हों, वही एक संग्रहालय है। उन्होंने संग्रहालय की महत्ता, उत्पत्ति एवं विकास, परिभाषा, भारतीय संग्रहालयों के इतिहास, संग्रहालय की स्थापना के उद्देश्य आदि के बारे में विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व स्वास्थ्य निदेशक डॉ. जेसी दुर्गापाल ने कहा कि संग्रहालय हमें इतिहास व संस्कृति से रूबरू कराते हैं।
कार्यक्रम में भारतखंडे हिंदुस्तानी संगीत महाविद्यालय अल्मोड़ा के छात्र-छात्राओं ने शानदार रंगारंग प्रस्तुतियां दीं। जीवन चंद्र के निर्देशन में सरस्वती वंदना प्रस्तुत की गई, जिसमें ऋतु जोशी ने तबले में संगत दी जबकि चंचल तिवारी के निर्देशन में कत्थक के जरिये दुर्गा स्तुति व तराना कार्यक्रम प्रस्तुत हुआ। इसमें राजन नयाल ने तबले में संगत दी।इस मौके पर इतिहासविद् प्रो. बीडीएस नेगी, डॉ. सीपी फुलेरिया, डॉ. प्रेमा खाती, प्रभारी पुरातत्व अधिकारी डॉ. चंद्र सिंह चौहान समेत अनेक लोग शामिल रहे।