✒️ भजन-कीर्तनों की धुन से भक्तिमय हुआ कोसी तट
यहां भवाली-अल्मोड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग अंतर्गत काकड़ीघाट स्थित नीम करौली बाबा के आश्रम में श्रीमद्भागवत कथा सुनने के लिए श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। कथा वाचक व्यास पदम चंद्र उपाध्याय ने भागवत के तीसरे दिन भागवत कथा के महत्व के बारे में बताया। इस दौरान भजन-कीर्तन की धुन से मंदिर परिसर गूंजायमान रहा।
उल्लेखनीय है कि गत बुधवार से बाबा नीब करौरी के आश्रम में श्रीमद् भागवत कथा का विधिवत शुभारम्भ हो गया था। व्यास पदम चंद्र उपाध्याय यहां कथा वाचन कर रहे हैं। भजन कीर्तन मंडली द्वारा मनमोहक भजनों की प्रसतुति दी जा रही है।
कथा वाचन व भजन-कीर्तनों के चलते इन दिनों कोसी नदी का तट भक्तिमय बना हुआ है। श्रीमद् भागवत कथा सुनने के लिए काकड़ीघाट, मनरसा, सुयालबाड़ी, सूरी, नावली, खैरना, गरमपानी, गड़स्यारी से भक्त आश्रम में पहुंच रहे हैं।
02 मई को हवन यज्ञ व भंडारे के साथ भागवत कथा का समापन होगा। इस अवसर पर कथा वाचक पदम् चंद्र उपाध्याय, सहायक अभिषेक भारद्वाज, पुजारी आनंद सिंह, अमित पाठक स्थानीय निवासी मदन मोहन सुयाल, अंकित सुयाल सहित तमाम भक्तजन मौजूद रहे।