बागेश्वर: रातभर भजनों, झोड़ा—चांचरी व भगनोल में थिरकते रहे लोग

— मकर संक्रांति की पूर्व संध्या पर भव्य जागरण सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: मकर संक्रांति की पूर्व संध्या पर रातभर भजन संध्या का आयोजन चलता रहा।…

— मकर संक्रांति की पूर्व संध्या पर भव्य जागरण

सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: मकर संक्रांति की पूर्व संध्या पर रातभर भजन संध्या का आयोजन चलता रहा। भजन संध्या पर लोग रात भर थिरकते हुए दिखाई दिए। झोड़ा-चांचरी, भगनोल आदि गायन हुआ।

नुमाइशखेत मैदान पर भजन संध्या एवं जागरण का आयोजन किया गया। मां भगवती की अराधना से कार्यक्रम शुभारंभ हुआ। देवी गीतों पर दर्शक जमकर रात भर थिरकते रहे। राम-सीता, हुनमान और मां काली की भव्य झांकी दिखाई गई। इस दौरान नंद किशोर पांडे की टीम में नेहा कोरंगा और आशा शर्मा आदि ने दुख भंजन, मारुति नंदन, सुन लो मेरी पुकार.. गाया। इसके बाद मां के भजनों से लोगों को झूमने व नाचने पर मजबूर कर दिया। रात भर जागरण के दौरान मां के भजन चलते रहे। ठंड के बावजूद लोग भी डटे रहे और भजनों का आनंद लिया।

झोड़ा-चांचरी की रातभर धूम

उत्तरायणी मेला चरम पर है और जागरण की रात झोड़ा-चांचरी की धूम मची रही। महिला-पुरुषों की टोलियों ने हुड़के की थाप पर चांचरी गायन किया और बागनाथ मंदिर में भजन संध्या आयोजित की गई। मकर संक्रांति पर्व पर सरयू-गोमती और विलुप्त सरस्वती के संगम पर डूबकी लगाने को लोगों ने रतजगा किया। जागरण की रात भर चौक बजार में झोड़ा, चांचरी का आयोजन किया गया। बागनाथ की स्तुति के साथ महिला-पुरुषों की टोली ने चांचरी का शुभारंभ किया। बीच में झोड़ों की वर्षात हुई और सवाल-जवाब भी हुए। वर्तमान की राजनीति और विकास कार्यों पर भी तीखे प्रहार हुए। हुड़के की धुन पर मेलार्थी जमकर थिरके और सुबह मकर स्नान किया। वहीं, बागनाथ मंदिर में भजन संध्या का आयोजन किया गया। दानपुर घाटी से आई महिलाओं ने परंपरागत वेषभूषा में चार चांद लगाए।

सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने बांधा समां

जिम कार्बेट, सरस्वती शिशु मंदिर, सैनिक हाइस्कूल, कंट्रीवाइड पब्लिक स्कूल, महर्षि विद्या मंदिर के बच्चों ने मंच पर शानदार प्रस्तुति दी। दर्शक स्कूली बच्चों की प्रतिभा पर नाचने को मजबूर हो गए।

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