अल्मोड़ा न्यूजः आनलाइन कार्यशालाओं ने पत्र लेखन विधा से जोडे़ बच्चे, बाल प्रहरी व बाल साहित्य संस्थान का अनूठा प्रयास

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ाबालप्रहरी तथा बालसाहित्य संस्थान अल्मोड़़ा द्वारा आयोजित 49वें पत्र वाचन कार्यशाला (वेबीनार) में करीब बच्चों ने अपने पत्रों का वाचन किया। बच्चों को…

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
बालप्रहरी तथा बालसाहित्य संस्थान अल्मोड़़ा द्वारा आयोजित 49वें पत्र वाचन कार्यशाला (वेबीनार) में करीब बच्चों ने अपने पत्रों का वाचन किया। बच्चों को पत्र लेखन विधा से जोड़ने का यह सराहनीय प्रयास चल रहा है। इस दफा बच्चों ने क्रिसमस, शांता क्लाज व राष्ट्रीय एकता से संबंधित पत्र लिखे। जिसमें बड़ी संख्या में वरिष्ठजनों ने आनलाइन शामिल होकर बच्चों के हुनर को देखा और सुना।
पत्र वाचन कार्यशाला के मुख्य अतिथि अरविंद सोसाइटी उत्तराखंड के उपाध्यक्ष रविकांत खंडेलवाल (रूद्रपुर) ने लुप्त हो रही पत्र लेखन विधा से बच्चों कोे जोड़ने के लिए किए जा रहे प्रयासों को प्रशंसनीय बताया। उन्होंने कहा कि हमें अपनी कथनी व करनी में अंतर को छोड़कर बच्चों के लिए एक आदर्श शिक्षक एवं आदर्श अभिभावक की भूमिका निभाने का प्रयास करना चाहिए। बच्चों द्वारा क्रिसमस, शांता क्लाज तथा राष्ट्रीय एकता विषय पर लिखे पत्रों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि शांता क्लाज से हम सबको सीखने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि शांता क्लाज बच्चों तथा गरीबों को उपहार देकर उनकी मदद करते थे, लेकिन आज गरीबों की मदद के नाम पर दिखावा हो रहा है। एक गरीब को कंबल ओढ़ाने पर कई लोग फोटो खींचकर उसे सोशल मीडिया में प्रसारित-प्रचारित करते हैं, जबकि शांता क्लाज दिखावा से बचते हुए चुपचाप गरीबों की मदद करते थे।
कार्यक्रम के शुरू में बालप्रहरी के संपादक एवं बालसाहित्य संस्थान अल्मोड़ा के सचिव उदय किरौला ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। संचालन राम प्यारी आर्य कन्या इंटर कालेज देहरादून की नौंवी की छात्रा जिया जोशी ने किया। अध्यक्ष मंडल में शामिल आशिमा शर्मा (जम्मू), प्रेरणा जोशी (कुनेलाखेत), कृष्णा मठपाल (द्वाराहाट), कोमल खेतवाल (करूली) ने अपने-अपने पत्रों का वाचन किया। वेबिनार में आयुषनाथ गोस्वामी (नौलाकोट), तनूजा राणा (मल्ली मिरई), डौली (काशीपुर), देवरक्षिता नेगी (चैखुटिया), जिज्ञासा जोशी (सोमेश्वर), हितैषी तिवारी, लक्ष्य उन्मुख कांडपाल (हल्द्वानी), वर्णिका जोशी (नौएडा), सुरेंद्रसिंह शीला (बासोट), अवंतिका ओझा, वेद वित ओझा (भीलवाड़ा), अर्जरागिनी सारस्वत (आगरा), सृजन भट्ट (पौड़ी), इधांत जोशी (देवीधूरा), सुदिता पंत (अहमदाबाद), सुवर्णा जोशी, शिवांशी जोशी (गरूड़) चित्रांशी लोहनी (चंपावत) आदि 35 बच्चों ने क्रिसमस, राष्ट्रीय एकता पर आधारित पत्रों का वाचन किया।
कार्यशाला में श्यामपलट पांडेय (अहमदाबाद), शिक्षाविद् आकाश सारस्वत (देहरादून), हरदेव सिंह धीमान (शिमला), जगदीश पंत ‘कुमुद’ (खटीमा), रूपा राय (लखनऊ), सीपी जोशी (द्वाराहाट), आभा जोशी (चंपावत), नरेंद्र गोस्वामी (बागेश्वर), गीता कन्नौजिया (मल्ली मिरई), शशि ओझा (भीलवाड़ा), बृजमोहन जोशी (देवीधूरा), राजपाल सिंह गुलिया (झझर, हरियाणा), देवसिंह राना (दिल्ली), डॉ. रितु गुप्ता महाजन (जम्मू), किरन जोशी, पीसी पाठक, केशवदत्त जोशी, बलवंत नेगी, मीनू जोशी, उद्धव भयवाल, हरवीर सिंह, डॉ. अर्चना त्रिपाठी, गीता जोशी, नरेंद्र गोस्वामी, डोरी लाल लोधी, दुगा सिंह झाला, ललित मोहन मठपाल, खुशाल सिंह खनी, रजनीकांत शुक्ला, कृष्ण सैनी, बलवंत सिंह नेगी, महेश जोशी आदि ने ऑनलाइन सहभागिता की।

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